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मातृभाषा के अध्ययन से हमारे सांस्कृतिक, सामाजिक एवं मानक मूल्य मजबूती से स्थापित हो पाएंगे।-डॉ. रेणू राठौड़

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21 Feb 24
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मातृभाषा के अध्ययन से हमारे सांस्कृतिक, सामाजिक एवं मानक मूल्य मजबूती से स्थापित हो पाएंगे।-डॉ. रेणू राठौड़

उदयपुर : भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अंतर्गत संचालित हिंदी विभाग द्वारा विश्व मातृभाषा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्या डॉ. रेणू राठौड़ ने कहा कि स्वयं की मातृभाषा के अध्ययन से अन्य भाषाओं को समझना और सीखना तो सुविधाजनक हो ही जाता है साथ ही व्यक्ति अपनी सांस्कृतिक जड़ों को भी मजबूत करता है। सहायक आचार्य हिन्दी डॉ.चंद्र रेखा शर्मा ने जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में प्रचलित विभिन्न भाषा और संस्कृतियों की विविधता के बारे में जानना एवं जागरूकता उत्पन्न करना है जिससे प्रत्येक भाषा में रची, पली और बड़ी हुई सांस्कृतिक विरासत को सहेजा और संवारा जा सके। इस अवसर पर डॉ. राजेंद्र सिंह शक्तावत, डॉ. ज्योतिरादित्य सिंह भाटी, डॉ. संगीता राठौड़ डॉ.सृष्टिराज सिंह एवं डॉ. प्रीति मेहता भी उपस्थित रहे और सभी छात्रों के मध्य अपने विचार सांझा किए। विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन कर्नल प्रो शिवसिंह सारंगदेवोत्, प्रेजिडेंट डॉ.महेंद्र सिंह आगरिया एवं कुल सचिव श्रीमान मोहब्बत सिंह राठौड़ ने विश्व मातृभाषा दिवस की सभी को बधाई प्रदान करते हुए अपने संदेश में कहा कि जिस समाज ने अपनी मातृभाषा में साहित्य, लोक संस्कृति और परंपराओं को सहेजा है साथ ही पीढ़ी दर पीढ़ी उसे हस्तांतरित किया है, वही समाज एवं मातृभाषा सम्मान योग्य है। ये जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी डॉ कमल सिंह राठौड़ ने दी।


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