ओरियन ग्रीन्स, जयपुर द्वारा आयोजित "पंचतत्व" राष्ट्रीय कला महोत्सव में 9 मार्च,25 की शाम 7 बजे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर के ऑडी 2 में उदयपुर के मार्तण्ड फ़ौंडेशन के कलाकारों ने मूकाभिनय के सशक्त प्रदर्शनों से दर्शकों की वाहवाही लूटी | मूकाभिनय ऐसी कला है जिसमें कलाकार बिना बोले केवल अपनी आंगिक और चेहरे की भाव भंगिमाओँ द्वारा किसी घटना या कहानी का मंचीय प्रदर्शन करते हैं | अपने विशेष अभिनय और संगीत प्रभाव से कलाकार, दर्शकों से नज़दीकी रिश्ता बनाते हैं | कलाकारों ने मूकाभिनयों में नवरस के उपयोग से पर्यावरण के विभिन्न मुद्दों प्रभावी प्रस्तुतियां दीं |
अपनी प्रस्तुतियों “प्लान्टेशन वीक वर्सेस प्लान्टेशन वीक ,स्वच्छ भारत अभिमान, और पानी पानी” में स्थितिजन्य मौलिक हास्य द्वारा कलाकारों ने एक ओर दर्शकों को गुदगुदाया तो दूसरी ओर, पर्यावरण संरक्षण पर विस्मयकारी घटनाओं के ज़रिये अनौपचारिक सन्देश दिए | मनीष शर्मा,किरण जानवे,अमित मेनारिया,प्रियदर्शिनी मिश्रा,अधृत शर्मा,सुदर्शन राव, कैरवी शर्मा, विलास जानवे के जीवंत अभिनय ने भारी प्रसंशा पाई | मूकाभिनयों की परिकल्पना और निर्देशन विलास जानवे
का था | प्रकाश योजना सिराज अहमद भाटी और संगीत संयोजन समर्थ जानवे का था | जयपुर की मेयर डाक्टर सौम्या गूजर ने कलाकारों का सम्मान करते हुए कहा कि इन कलाकारों ने बिना बोले बहुत कुछ कह दिया और हमारे काम में योगदान दिया | इस प्रदर्शन का राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा, प्रसिद्ध भाषाविद डाक्टर अखिल शुक्ला सहित कई गणमान्यों ने आनंद लिया | ओरियन ग्रीन्स की अध्यक्ष नीता उपाध्याय ने बताया कि मूकाभिनय प्रदर्शन के बाद गुरु रेखा ठाकर की परिकल्पना और निर्देशन में ऋत गाथा बेले की शानदार सामूहिक प्रस्तुति हुई |