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शैक्षणिक गतिविधियों में संगम विश्वविद्यालय राजस्थान में अग्रणी–प्रो. करुणेश सक्सेना

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25 Jul 24
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शैक्षणिक गतिविधियों में संगम विश्वविद्यालय राजस्थान में अग्रणी–प्रो. करुणेश सक्सेना

 

भीलवाड़ा: आईआईआरएफ रैंकिंग में भारत में 37वें और राजस्थान में तीसरे स्थान पर रहकर संगम विश्वविद्यालय ने बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं। संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि विश्वविद्यालय को इस गौरवपूर्ण रैंकिंग से सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने सत्र 2023-24 में कई नई उपलब्धियाँ हासिल की हैं।


नवीन कोर्स: नए सत्र 2024-25 से बीएससी नर्सिंग और बीएससी जीएनएम कोर्स को मान्यता दी गई है। विश्वविद्यालय अब भीलवाड़ा के छात्रों को नर्सिंग की उच्चस्तरीय ट्रेनिंग प्रदान करेगा। अन्य नए पाठ्यक्रमों में फिजियोथेरेपी, शिक्षा प्रौद्योगिकी में एमए, शिक्षा नेतृत्व में पीजी डिप्लोमा, गाइडेंस और काउंसलिंग में डिप्लोमा शामिल हैं।

अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणन: विश्वविद्यालय को आईएसओ 21001: 2018 और आईएसओ 14001: 2015 प्रमाणन प्राप्त हुआ है। यह शैक्षिक संगठनों की प्रबंधन प्रणाली और पर्यावरण प्रबंधन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक हैं।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एमओयू: मलेशिया, दुबई, वियतनाम और बांग्लादेश की प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किए गए हैं।

खेलकूद और एनसीसी: खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय ने 22 खेलों में 197 खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व किया। एनसीसी कैडेट्स ने कई राष्ट्रीय शिविरों और नेपाल में यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम में भाग लिया। एनएसएस के विद्यार्थियों ने नेशनल यूथ फेस्टिवल नासिक में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया।


एमडीपी कार्यक्रम: कामकाजी पेशेवरों के लिए एमडीपी कार्यक्रम शुरू किया गया है जिससे सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच अंतर को पाटा जा सके।

भारतीय ज्ञान प्रणाली: यूजीसी के आदेश के अनुसार भारतीय ज्ञान प्रणाली को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।

प्रोजेक्ट अनुदान: भारत सरकार द्वारा संगम विश्वविद्यालय को 4.33 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट स्वीकृत किया गया है जिससे युवाओं को तकनीकी स्टार्टअप्स हेतु अनुदान मिलेगा।

अकादमिक गुणवत्ता: संगम विश्वविद्यालय की डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट्स डिजिटल लॉकर पर उपलब्ध हैं। विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह तक सभी ग्रेडशीट्स अपलोड की जा चुकी हैं।

अन्य आयोजन: माइक्रो कोर्स, एनईपी 2020 कार्यान्वयन पर कार्यशाला, शोध कार्यशाला, राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता और एल्युमिनाई एसोसिएशन मीट जैसे आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न किए गए हैं।

कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करना अत्यंत आवश्यक है। प्रो-वाइस चांसलर प्रो. मानस रंजन पाणिग्राही ने बताया कि विश्वविद्यालय ने शोध में 100 से अधिक पेटेंट प्रकाशित कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है। रजिस्ट्रार प्रो. राजीव मेहता ने सभी को धन्यवाद दिया और पीआरओ डॉ. राजकुमार जैन ने संचालन किया।


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