पूर्व न्यायाधीश, शासन उप सचिव विधि (गृहमंत्रालय) भारत सरकार एवम
"अणुव्रत सेवी" से सम्मानित डॉ. बसंती लाल बाबेल को उनकी पुस्तक *"सूचना का अधिकार" के लिए राजभाषा विभाग (गृह मंत्रालय) भारत सरकार द्वारा
"राजभाषा गौरव" का प्रथम पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई।
डॉ. बाबेल को पुरस्कार स्वरूप डेढ़ लाख रुपए नगद राशि, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार 14 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में प्रदान किया जाएगा।
डॉ.बाबेल का जन्म राजसमंद जिले के छोटे से कस्बे (लावा सरदारगढ़) में हुआ है,आप बचपन से ही मेघावी छात्र रहे हैं,अभी तक आपको करीब 1000 से ज्यादा (छोटे बड़े) मिलाकर पुरस्कार मिल चुके हैं।
विधि के क्षेत्र में भी करीब 300 से ज्यादा पुस्तकों पर पुरस्कार मिल चुका है,अनेक सामाजिक क्षेत्र में भी विभिन्न संस्थाओं द्वारा आपको समय समय पर सम्मानित किया गया है।
डॉ.बाबेल को मिले इस सम्मान पर रतन बाबेल,राजीव बाबेल,सुशील चौधरी,पुखराज सिंघवी,उत्तम जैन घनश्याम शर्मा, अनिल नेनावटी,सुदर्शन चौधरी,घेवर चंद,अमित रांका,दिनेश रांका
ओम तापडिया,सत्यनारायण शर्मा व समाज जनों ने हर्ष व्यक्त करते हुए गौरवमयी उपलब्धि बताया।