उदयपुर। भारत के घरेलू ईकॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने उत्तरप्रदेश सरकार के एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) विभाग के साथ मिलकर ओरिएंटेशन वर्कशॉप का आयोजन किया। स्थानीय कारीगरों एवं शिल्पकारों को सशक्त करने और उन्हें अपने ऑनलाइन कारोबार के विकास को गति देने के लिए फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस की संभावनाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान ओडीओपी विभाग के अधिकारियों और फ्लिपकार्ट के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा कि देशभर के कारीगरों, एमएसएमई, एसएचजी, महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों और शिल्पकारों को सशक्त करते हुए सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने के लिए फ्लिपकार्ट प्रतिबद्ध है। फ्लिपकार्ट समर्थ जैसी पहल के माध्यम से हमारा लक्ष्य इन समुदायों को डिजिटल इकोनॉमी में आगे बढऩे के लिए जरूरी टूल्स, संसाधन और राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच प्रदान करना है। ई-कॉमर्स को अपनाने और उद्यमिता की क्षमता के मामले में एक हब के रूप में उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज की कार्यशाला को इन समुदायों से सीधे तौर पर जुडऩे के एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में आगे बढ़ाया गया। इस पहल से राष्ट्रीय स्तर पर एमएसएमई इकोसिस्टम को मजूबत करते हुए इन समुदायों को अपना कारोबार बढ़ाने, विकास के नए रास्ते खोलने और समावेशी विकास में योगदान देने में मदद मिलेगी।
कार्यशाला का आयोजन वाराणसी जिले में किया गया। इसका उद्देश्य हस्तनिर्मित एवं हथकरघा उत्पाद बनाने वाले सूक्ष्म एवं छोटे उद्यमियों, उद्यमों, स्वयं सहायता समूहों और व्यक्तिगत कारीगरों को मजबूत बनाना था। कार्यशाला में उन्हें फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस से जुड़ी व्यापक जानकारियां प्रदान करने और वंचित कारीगरों, शिल्पकारों एवं बुनकरों को ई-कॉमर्स की दुनिया से परिचित कराने पर फोकस किया गया। इसका उद्देश्य उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बाजार तक पहुंच प्रदान करना, प्रोडक्ट की लिस्टिंग को सुगम बनाना और कारोबार के विकास में मदद के लिए आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देना था। उत्तर प्रदेश सरकार के ओडीओपी विभाग के साथ मिलकर फ्लिपकार्ट के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला में वाराणसी, चंदौली, जौनपुर और गाजीपुर से 50 से ज्यादा से सेलर्स ने हिस्सा लिया।