उदयपुर, गीताांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उदयपुर में 12 और 13 अप्रैल को आयोजित CARDIONEXT 2025 ने हृदय चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया। दो दिवसीय इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर के प्रतिष्ठित हृदय रोग विशेषज्ञ, वरिष्ठ चिकित्सक, मेडिकल शिक्षाविद एवं छात्रों ने भाग लिया और हृदय से जुड़ी चुनौतियों व नवाचारों पर गहन मंथन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत उन्नत ECHO और ECG वर्कशॉप से हुई, जहाँ प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद पूरे दिन विशेषज्ञ सत्रों की शृंखला चली, जिसमें हार्ट फेल्योर, कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ (CAD), अरिद्मिया, और स्ट्रक्चरल हार्ट डिज़ीज़ जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। नए उपकरणों, उन्नत तकनीकों और उपचार की आधुनिक अवधारणाओं पर प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिससे यह सम्मेलन ज्ञान और अनुभव का समृद्ध संगम बन गया।
दूसरे दिन की शुरुआत ECG क्विज़ से हुई, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। “Thrills & Chills in Cardiology” जैसे सत्रों ने उपस्थित श्रोताओं को न केवल रोमांचित किया बल्कि क्लिनिकल निर्णयों के कई जटिल पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। ब्रिजिंग स्पेशलिटीज़ सत्र में हृदय और अन्य अंगों के बीच संबंधों को लेकर नई दृष्टिकोण सामने आईं, वहीं Newer Developments खंड में हृदय चिकित्सा में हो रहे अत्याधुनिक अनुसंधानों की झलक देखने को मिली।
सम्मेलन का समापन पुरस्कार वितरण और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। आयोजन समिति — डॉ. रमेश पटेल (अध्यक्ष), डॉ. दिलीप जैन (सचिव), डॉ. रोहिन सैनी व डॉ. गौरव मित्तल (सह-सचिव) — के नेतृत्व में यह आयोजन अभूतपूर्व रहा। संरक्षक मंडल में डॉ. एस.के. कौशिक, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. डी.पी. सिंह और डॉ. डी.सी. कुमावत जैसे वरिष्ठ चिकित्सकों ने आयोजन को दिशा और गरिमा प्रदान की।
CARDIONEXT 2025 न केवल चिकित्सकीय ज्ञान का आदान-प्रदान था, बल्कि यह एक प्रेरणादायक मंच भी बना, जहाँ आने वाले वर्षों की हृदय चिकित्सा की दिशा तय हुई। प्रतिभागियों ने इसे “हृदय के स्वास्थ्य की दिशा में एक निर्णायक कदम” करार दिया, जो आने वाले समय में रोगियों के लिए बेहतर जीवन की नींव रखेगा।