ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन अमेरिका की यात्रा पर हैं, जिसका मकसद चीन के बढ़ते खतरे के बीच यह दिखाना है कि कईं राष्ट्र उनके स्वशासित द्वीप के मित्र हैं। ताइवान यह बहुत सोचसमझकर तय कर रहा है कि साई यात्रा के दौरान कहां रकेगी और वह हमेशा की तरह इस बार भी वाशिंगटन में किसी वरिष्ठ अमेरिका नेता के साथ आधिकारिक बैठक नहीं करेंगी। दरअसल चीन ने कहा है कि ऐसा किए जाने की स्थिति में वह कड़ी प्रतिाया देगा। साईं बुधवार को न्यूयॉर्क पहुंचीं। उनकी यात्रा की कुछ जानकारियां ही सार्वजनिक की गईं हैं। वाशिंगटन में एक वरिष्ठ चीनी राजनयिक जू शुएयान ने देश में कहीं पर साईं एवं केविन मैक्कार्थी के बीच एक अपेक्षित बैठक होने की ओर इशारा किया। उन्होंने बुधवार को एक डिजिटल सत्र में संवाददाताओं से कहा कि इस बैठक के समग्र रूप से गंभीर परिणाम होंगे और इसका अमेरिका एवं चीन के संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा।