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फिशरीज एलुमनाई एसोसिएशन और महाविद्यालय प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से की मुलाकात, स्थायी संकाय की कमी पर चर्चा

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21 Dec 24
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फिशरीज एलुमनाई एसोसिएशन और महाविद्यालय प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से की मुलाकात, स्थायी संकाय की कमी पर चर्चा

उदयपुर| एमपीयुएटी के संघटक मात्स्यिकी महाविद्यालय के एलुमनाई एसोसिएशन और विद्यार्थी दल ने संयुक्त रूप से राजस्थान के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हरिभाऊ किसनराव बागड़े से उदयपुर सर्किट हाउस में मुलाकात की और महाविद्यालय में शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक पदों की रिक्तियों को भरने की माँग को एलुमनाई एसोसिएशन द्वारा एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को राज्य के मत्स्य शिक्षा को समर्पित एकमात्र महाविद्यालय में वर्तमान में केवल दो स्थायी संकाय सदस्यों की उपस्थिति और अन्य विभागों में संकाय की कमी के कारण उत्पन्न समस्याओं के बारे में अवगत कराया। उन्होंने इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देते हुए बताया कि छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता और अनुसंधान गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं। राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यानपूर्वक सुनी और आश्वासन दिया कि वह इस मामले पर राज्य सरकार के हस्तक्षेप द्वारा जल्द से जल्द उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
एलुमनाई एसोसिएशन के पदाधिकारी भावेश चौधरी ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति के अभाव में महाविद्यालय की ICAR से मान्यता और छात्रों के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि फैकल्टी की कमी के कारण महाविद्यालय में पीजी और पीएचडी कोर्सेस को निलंबित करना पड़ा है, जिसके चलते राज्य के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए अन्य राज्यों का रुख करना पड़ रहा है। इसका दुष्प्रभाव राज्य में मत्स्य एवं जलीय पर्यावरण आधारित शोध कार्यों पर भी पड़ा है। जलवायु आधारित मछली बीज चयन, उपयुक्त मत्स्य प्रजातियों के आवास, एकीकृत मछली पालन, और कम कृषि लागत में उत्पादन बढ़ाने जैसी तकनीकों पर शोध रुक गया है। देश में जहाँ एक ओर मत्स्य पालन आधारित तकनीकों का विकास चरम पर है, वहीं राजस्थान में शोध के अभाव से भविष्य में विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। राज्यपाल ने प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाएगा और जल्द ही रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। छात्रों और एलुमनाई एसोसिएशन ने इस त्वरित प्रतिक्रिया के लिए राज्यपाल का धन्यवाद किया और उम्मीद जताई कि महाविद्यालय में जल्द ही आवश्यक संकाय की नियुक्ति होगी, जिससे शिक्षा और अनुसंधान में सुधार होगा और राज्य के मत्स्य पालन क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। ज्ञापन देने के दौरान एलुमनाई एसोसिएशन के सीनियर एग्जीक्यूटिव मेंबर भावेश चौधरी, अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ के महाविद्यालय अध्यक्ष अनिल सिंह शेखावत, किशन मिर्धा मौजूद थे। 


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