मुख्यमंत्री ने मानसून वर्ष 2024 (संवत् 2081) में बाढ़ और ओलावृष्टि से फसलों के खराबे का आकलन करने के लिए गिरदावरी के निर्देश दिए थे। जिला कलक्टरों द्वारा नियमित गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर यह संवेदनशील निर्णय लिया गया।
श्रीगंगानगर के 2 गांवों सहित बूंदी जिले के 486, नागौर के 67, धौलपुर के 58, झालावाड़ के 61, सवाई माधोपुर के 2, बारां के 1, अजमेर के 592, भरतपुर के 418, कोटा के 345, टोंक के 865, बीकानेर के 45, बांसवाड़ा के 817, बालोतरा के 10, फलौदी के 207, पाली के 155, हनुमानगढ़ के 49, डीग के 258, जोधपुर के 262, ब्यावर के 626 और भीलवाड़ा के 564 गांव अभावग्रस्त घोषित किए गए हैं। इन गांवों के किसानों को एसडीआरएफ के मानदंडों के अनुसार सहायता दी जाएगी।