उदयपुर। दक्षिण राजस्थान के जनजाति बाहुल्य वागड़ एवम मेवाड़ क्षैत्र में स्वतन्त्रता आन्दोलन में आदिवासी एवम सर्व समाज को साथ लेकर वागड़ गांधी, स्वतन्त्रता सेनानी तथा पद्मभुषण से सम्मानित स्व श्री भोगीलाल पंड्या ने बहुत बडी भूमिका अदा की थी। उक्त विचार राजस्थान अनुसूचित जनजाति परामर्श दात्री परिषद (टी ए सी )जनजाति विकास विभाग ,राजस्थान सरकार के सदस्य एवं पूर्व जिला उपप्रमुख लक्ष्मीनारायण पंड्या ने गायत्री सभागार, हिरण मगरी, उदयपुर में भोगीलाल पंड्या की पुण्यतिथि पर आयोजित एक संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि वागड़ गांधी पंड्या ने आजादी आंदोलन के साथ-साथ इस जनजाति क्षेत्र में शिक्षा, समाज सुधार तथा आत्मनिर्भरता के कई कार्यक्रम राजस्थान सेवा संघ एवम अन्य सामाजिक संस्थाओं के द्वारा संचालित किए। संगोष्ठी में गायत्री संस्थान उदयपुर के निदेशक डॉ शैलेंद्र पंड्या, डा . रोहन भट्ट बांसवाड़ा, सुभाष जोशी डुंगरपुर , अंजली भटनागर तथा चंपालाल मीणा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी से पूर्व स्व श्री भोगीलाल पंड्या की तस्वीर पर फूलमाला चढ़ा कर ,श्रद्धांजलि अर्पित की। संगोष्ठी का संचालन अमिता मिश्रातथा रवि जोशी ने किया।