उदयपुर। दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के उदयपुर लोकल सेंटर के अभियंताओं द्वारा राजसमंद स्थित पिपलांत्री ग्राम में पद्मश्री श्यामसुन्दर पालीवाल द्वारा किये गये अनूठे अविश्वसनीय एवं अनुकरणीय लगाये गये वन श्रृंखला का भ्रमण किया गया। श्यामसुंदर पालीवाल ने बताया कि उन्होंने यह पहल 16 वर्ष पूर्व शुरू की जो आज तक अनवरत चल रही है और एक बड़ी वन श्रृंखला बन गई हैं।
पद्मश्री पालीवाल ने बताया कि पौधारोपण, उसकी सुरक्षा एवं संरक्षण में ग्रामीणों का प्रयास और उनके जुड़ाव से इस पुनीत कार्य को करने में भरपूर सहयोग मिला। पिपलांत्री में बेटी के जन्म पर 111 पेड़ लगाये जाते हैं। यह नवाचार अपनी बेटी के अल्पआयु में देहावसान के बाद पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए किया। इस वन श्रृंखला से ऑगेनिक खेती कर गाँव वालों को सब्जियों, मक्की, गेहूं आदि से अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होंने बताया कि यदि समर्पण भाव से काम किया जाये तो सारी पंचायते पिपलांत्री जैसी हो सकती हैं जिससे गांव का पैसा गांव में ही रहेगा। पौधारोपण स्वच्छ जल प्रबंधन से पिपलांत्री मॉडल को बहुत अच्छी पहचान मिली है। पद्मश्री पालीवाल ने बड़े आत्मीयता से सभी अभियंताओं का स्वागत कर जल संरक्षण पर किये गए उल्लेखनीय कार्य का उल्लेख किया।
दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया उदयपुर लोकल सेंटर के मानद सचिव इंजी. पीयूष जावेरिया ने भ्रमण में दिये गये उनके सहयोग के लिए धन्यवाद के साथ आभार प्रकट किया। इस भ्रमण की श्रृंखला में जे. के. मार्बल नेचुरल स्टोन प्रा. लि. एवं आर. के. मार्बल प्रा. लि. मोरवड का भी भ्रमण किया। इंजी. पीयूष जावेरिया ने सभी अभियंताओं को बताया कि आधुनिक उपकरणों, मशीनों से खनन कर अधिक उत्पादकता प्राप्त की जा सकती है साथ ही पानी व पर्यावरण का संरक्षण किया जा सकता है। उन्होंने अरुण राय खान प्रबंधक जे. के. मार्बल नेचुरल स्टोन प्रा. लि. मांगीलाल पालीवाल आर.के. मार्बल प्रा. लि. को धन्यवाद ज्ञापित किया।
भ्रमण में इजी. अनुरोध प्रशान्त, इंजी. मधुसुधन पालीवाल, इंजी. आर. सी. पुरोहित, डॉ. वाई. सी. भटट्, इंजी. एम. पी. जैन सहित 40 इंजीनियरों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के उदयपुर लोकल सेंटर के अध्यक्ष इंजी. पुरुषोत्तम पालीवाल ने सभी अभियंताओं का भ्रमण के दौरान उनके द्वारा दिये गये सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।