राजस्थान विद्यापीठ के 39वें स्थापना दिवस पर कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि विद्यापीठ का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और लोक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखते हुए आने वाले समय में 100-बेड अस्पताल संचालित करना और 30,000 छात्रों की संख्या को हासिल करना है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा लेते हुए, विद्यापीठ को भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल करने का संकल्प लिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय जयपुर के कुलपति प्रो. देव स्वरूप, विशिष्ट अतिथि डॉ. निरुपमा सिंह, कुलपति कर्नल प्रो. शिव सिंह सारंगदेवोत, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर ने विद्यापीठ की यात्रा और संस्थापक जानू भाई के योगदान को याद किया।
इस अवसर पर 10 वर्षों का विजन डॉक्यूमेंट विमोचित किया गया, और कुलसचिव डॉ. तरुण श्रीमाली ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डॉ. हीना खान, डॉ. हरीश चौबीसा, डॉ. रचना राठौड़ और डॉ. अमी राठौड़ द्वारा किया गया।
इस आयोजन में पीजी डीन प्रो. जीएम मेहता, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, प्रो. गजेंद्र माथुर, प्रो. इंद्रजीत माथुर, डॉ. शैलेंद्र मेहता और अन्य प्रमुख शैक्षिक एवं गैर-शैक्षिक कार्यकर्ता तथा किसान समुदाय के लोग उपस्थित थे।