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53वीं अखिल भारतीय खान बचाव प्रतियोगिता में हिन्दुस्तान जिं़क की लगातार तीसरी जीत

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27 Dec 24
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53वीं अखिल भारतीय खान बचाव प्रतियोगिता में हिन्दुस्तान जिं़क की लगातार तीसरी जीत

विभिन्न श्रेणियों में कुल 11 पुरस्कार सहित कंपनी की पुरुष टीम कोे मेटल माइंस श्रेणी में शीर्ष स्थान
 
उदयपुर, 27 दिसंबर 2024। भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड ने भारत कोकिंग कोल लिमिटेड, धनबाद में आयोजित 53वीं अखिल भारतीय खान बचाव प्रतियोगिता में 11 प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये। खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश की 32 टीमों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम खान बचाव सेवाओं के उप निदेशक श्याम मिश्रा एवं अंतर्राष्ट्रीय खान बचाव निकाय के सचिव  एलेक्स सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजित हुआ। हिन्दुस्तान जिं़क की रामपुरा आगुचा खदान की पुरुष टीम ने ओवरआॅल मेटल माइंस श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया, जो इस प्रतियोगिता में कंपनी की लगातार तीसरी जीत है। इस कार्यक्रम में वास्तविक जीवन के परिदृश्यों के माध्यम से आपातकालीन तैयारियों पर बल दिया गया। हिन्दुस्तान जिं़क रामपुरा आगुचा क्लस्टर, राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स और जावर ग्रुप ऑफ माइंस की दो अग्रणी महिला टीम और दो पुरुष टीम ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। भारत और कंपनी की पहली महिला भूमिगत खदान बचाव टीम का अनुसरण कर, हिन्दुस्तान जिं़क की रामपुरा आगुचा क्लस्टर की दूसरी महिला बचाव टीम ने महिला वर्ग में प्रभावशाली दूसरा स्थान हासिल किया। इससे पहले, पहली महिला टीम ने प्रतियोगिता के 52वें संस्करण में शीर्ष स्थान हासिल किया था प्रतिभागियों का कई चुनौतीपूर्ण कार्यों पर परीक्षण किया गया, जिसमें सैद्धांतिक आकलन, प्राथमिक चिकित्सा, वैधानिक प्रक्रियाएं और खदान बचाव और पुनर्प्राप्ति संचालन शामिल थे। हिन्दुस्तान जिं़क की टीमों ने लचीलापन, तकनीकी विशेषज्ञता और सरलता का प्रदर्शन किया, और अपने असाधारण प्रदर्शन के लिए डीजीएमएस अधिकारियों और उद्योग के दिग्गजों से उच्च प्रशंसा अर्जित की। हिन्दुस्तान जिं़क की सफलता इसके मजबूत सुरक्षा प्रोटोकॉल, वास्तविक समय की निगरानी प्रणाली, स्वचालित सुरक्षा प्रक्रियाओं और व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर आधारित है, जो सुरक्षा-प्रथम संस्कृति के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों का पालन करने और अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल करते हुए हिन्दुस्तान जिं़क ने व्यवहार-आधारित सुरक्षा पर मजबूत फोकस के साथ अपनी सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली को बढ़ाया है। कंपनी की अभूतपूर्व सुरक्षा पहलों में एम्बुलेंस के साथ भारत का पहला भूमिगत प्राथमिक चिकित्सा स्टेशन स्थापित करना और देश की पहली सभी महिला भूमिगत खदान बचाव टीम का गठन करना शामिल है। वर्ष की शुरुआत में, हिन्दुस्तान जिं़क की महिला बचाव टीम ने कोलंबिया में अंतर्राष्ट्रीय खान बचाव प्रतियोगिता में महिला टास्कफोर्स श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया, जो इस प्रतिष्ठित वैश्विक मंच पर भारत की पहली प्रस्तुति थी।
हिन्दुस्तान जिं़क खनन उद्योग मे सुरक्षा और लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने में मानक स्थापित कर रहा है।  उद्योग 4.0, डिजिटलीकरण, रोबोटिक्स और स्वचालन जैसी उन्नत तकनीकों द्वारा संचालित, कंपनी अपने संचालन में सुरक्षा मानकों में लगातार बदलाव कर रही है। टेली-रिमोट ड्रिलिंग जैसे नवाचार, जो ऑपरेटरों को सतह से उपकरणों को नियंत्रित करने की अनुमति देकर मानव-मशीन संपर्क को कम करते हैं, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जिसका उपयोग भूमिगत आंदोलनों की निगरानी और सुरक्षा प्रशिक्षण को अनुकूलित करने के लिए किया जाता है जो कि कार्यस्थल की सुरक्षा को बदल रहे हैं। एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 द्वारा धातुओं और खनन श्रेणी में दुनिया की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त, हिन्दुस्तान जिं़क परिचालन उत्कृष्टता, नवाचार और अग्रणी ईएसजी संचालन का उदाहरण है। कंपनी का इकोजेन, एशिया का पहला कम कार्बन वाला ग्रीन जिंक ब्रांड है, जो उत्पादित जिंक के प्रति टन एक टन से भी कम कार्बन समकक्ष का कार्बन फुटप्रिंट है। 2050 या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध एक प्रमाणित 2.41 गुना वाटर-पॉजिटिव कंपनी के रूप में, हिंदुस्तान जिंक सस्टेनेबल भविष्य की ओर ग्लोबल एनर्जी ट्रान्जिक्शन के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण धातुएँ प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

 


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