शाइन इंडिया फाउंडेशन संस्था के नेत्रदान अभियान के कारण न सिर्फ कोटा बल्कि आसपास के छोटे-छोटे ,गाँव, कस्बों तक नेत्रदान का कार्य पहुँच गया है । अब शोकाकुल परिवार के सदस्यों को सिर्फ थोड़ा सा समझाइश की जाती है और परिजन नेत्रदान के लिए आसानी से तैयार हो जाते हैं ।
कल देर रात 2:00 बजे घोसी मोहल्ला,देवली,जिला टोंक निवासी शंकर शर्मा के आपस में निधन के उपरांत उनके संस्था के ज्योति-मित्र अर्पित अग्रवाल ने अपने मित्र विशाल को पिताजी शंकर जी के नेत्रदान करवाने के लिए तैयार किया और उसी समय देर रात को ही शाइन इंडिया के डॉ कुलवंत गौड़ को संपर्क किया ।
जरूरी चिकित्सकिय जानकारी लेने के उपरांत,डॉ गौड़ टेक्नीशियन उत्कर्ष मिश्रा के साथ में तुरंत ही देवली के लिए रवाना हो गये,सुबह जल्दी ही परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नैत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।
नेत्रदान लेने के उपरांत डॉ गौड़ ने शहर उपस्थित गण-मान्य जनसमूह को नेत्रदान से संबंधित जरूरी जानकारी और भ्रांति के बारे में उपयोगी जानकारी दी,साथ ही सभी को अनुरोध किया की, मृत्यु के उपरांत किया जाने वाला यह नैत्रदान का पुण्य कार्य दिवंगत को मोक्ष की प्राप्ति देता है।
ज्ञात हो की, देवली में शाइन इंडिया के सहयोग से यह दूसरा नेत्रदान का कार्य संपन्न हुआ,इससे पूर्व फरवरी 2022 में अर्पित के फूफा जी जगदीश गोयल का आकस्मिक निधन हुआ था, और उसी समय इन्होंने नेत्रदान की सारी प्रक्रिया को देखा था और तभी यह विचार बना लिया था कि,जब भी कभी शहर, परिवार या रिश्तेदारों में कहीं कोई ऐसी दुखद घटना घटती है,तो प्रयास करेंगे कि उनके नेत्रदान का कार्य संभव हो सके ।