कोटा। रेलवे ने ट्रेनों एवं स्टेशनों पर अवैध वेंडरों पर अंकुश लगाने के लिए सकारात्मक कदम उठाया है। यधपि स्टेशनों पर वाणिज्य अधिकारियों एवं खानपान निरीक्षक द्वारा नियमित अन्तराल पर औचक निरीक्षण किया जाता है। खाद्य सामग्री के गुणवत्तायुक्त न होने की शिकायतों पर शीघ्र कारवाई एवं अवैध वेंडरों पर लगाम लगाने के लिए प्रत्येक प्लेटफार्म पर वेंडरों को एक निर्धारित कलर का ड्रेस पहनना अनिवार्य किया गया है। जोकि एक जुलाई से प्रभावी है। प्लेटफ़ॉर्म संख्या एक पर काली कलर की टी-शर्ट, प्लेटफ़ॉर्म संख्या 2/3 पर आरेन्ज कलर की ड्रेस टी-शर्ट एवं प्लेटफ़ॉर्म संख्या 4 पर नीली कलर की टी-शर्ट और सभी के साथ काली कलर की पैन्ट की ड्रेस कोड निर्धारित की गई है। जिससे यात्री आसानी से वैध एवं अवैध वेंडरों की पहचान कर सकता है। इस निर्धारित ड्रेस पर पीठ पर तथा टी -शर्ट की जेब पर लाईसेंसधारक का नाम, यूनिट आईडी एवं पीएफ नम्बर मुद्रित किया गया है।
इसके अतिरिक्त सभी वेंडरों के गले में निर्धारित शिफ्ट के अनुसार कलर कोड का पहचान प्रत्र होगा अर्थात सुबह की शिफ्ट के लिए लाल, शाम की शिफ्ट में हरा एवं रात की शिफ्ट में नीला कलर का पहचान पत्र उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान में मंडल में विभिन्न प्रमुख स्टेशनों कुल 66 लाईसेन्सी खानपान स्टाल संचालित किए जा रहे है। रेल प्रसाशन द्वारा उठाये गए इस कदम का यात्रियों द्वारा सराहना की जा रही है साथ ही रेलवे स्टाफ जैसे रेल सुरक्षा बल के जवानों को भी अवैध वेंडरों की पहचान करने करने में सहूलियत होगी।