गार्गी के जैसा फिर ज्ञान भी जरूरी है - कवयित्री रोहिणी पंड्या

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Published on : 01 Jan, 22 06:01

गार्गी के जैसा फिर ज्ञान भी जरूरी है - कवयित्री रोहिणी पंड्या

बाँसवाड़ा, ‘दिनमान के समान आसमान में चमक, खुद की अमर पहचान भी जरूरी है। दुनिया में लहराए परचम भारत का, देश में वो इंदिरा महान भी जरूरी है। मांगे जो सुरक्षा यदि आसमानी सीमाएं तो, युद्धक विमान की उड़ान भी जरूरी है। मांगे जो प्रमाण कोई ज्ञानता को सिद्ध करो, गार्गी के जैसा फिर ज्ञान भी जरूरी है। गर्ग समाज जिला बांसवाड़ा के पथोक चैखले द्वारा बांसला में आयोजित शीतकालीन खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह में ओज की प्रसिद्ध आवाज़ सुश्री रोहिणी पंड्या ने जब यह देवी गार्गी को समर्पित मुक्तक पढ़ा तो पांडाल में मौजूद हर शख्स के हाथ ने कई मिनिटों तक तालियां बजाई। इस पर गर्ग समाज की ओर से ठीकरिया निवासी नताशा गर्ग ने मशहूर कवयित्री सुश्री रोहिणी के ओजस्वी काव्यपाठ पर ऋषि गर्गाचार्य की आकर्षक तस्वीर और श्रीगर्ग संहिता ग्रंथ भेंट कर एवं माला पहना कर सम्मानित किया।
बड़ोदिया के बापूलाल गर्ग व छींछ के आनन्दलाल गर्ग ने बताया कि खेल गांव बांसला में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता का समापन समारोह सीओ स्काउट दीपेश शर्मा, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़ गर्ग, त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज पथोक चैखरे के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध स्काउटर गौमतीशंकर पंड्या, शिक्षाविद मांगीलाल पाठक, स्काउटर राजमल जैन, घाटोल के समाजसेवी राजेन्द्र गर्ग, नयागांव के धर्मेश पंड्या  के सान्निध्य में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ। बेडमिंटन में योहाना/मनोज सुरपुर प्रथम, ऊर्वशी द्वितीय रही। क्रिकेट में पथोक ने घाटी उतार को हराकर प्रतियोगिता अपने नाम की। अतिथियों का शब्द सुमनों से स्वागत छींछ निवासी सचिव नरेश गर्ग ने किया। समारोह में चैखला गर्ग परिवार के मणिलाल, बसन्तलाल, सुरेश चन्द्र व धनराज, ठीकरिया से सोबतराम, नटवरलाल, प्रदीप, सालिया से गंगाराम, अरविन्द ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। संचालन ठीकरिया निवासी गर्ग भँवर ‘मधुकर’ ने किया और बांसला निवासी अम्बालाल गर्ग ने समाज की ओर से अतिथियों को ऋषि गर्गाचार्य की तस्वीर भेंटकर आभार जताया।


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