भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुावार को बैंकों को किसी भी तरह के परिसंपत्ति-देनदारी असंतुलन के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि दोनों तरह के अंसतुलन वित्तीय स्थिरता के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली में जारी संकट इस तरह के असंतुलन से पैदा हुआ है। गवर्नर ने कोच्चि में वार्षिक के पी होर्मिस (फेडरल बैंक के संस्थापक) स्मारक व्याख्यान में कहा कि घरेलू वित्तीय क्षेत्र स्थिर है और महंगाईं का बुरा दौर पीछे छूट गया है। विनिमय दरों में जारी अस्थिरता के कारण बाहरी ठ्ठण चुकाने की क्षमता पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में दास ने कहा, हमें डरने की कोईं जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारा बाहरी ठ्ठण प्रबंधन योग्य है।