माहेश्वरी युवा संगठन का महेश अमुल्य धरोहर (शतायु) सम्मान-23 का शुभारम्भ

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Published on : 24 Mar, 23 04:03

माहेश्वरी युवा संगठन का महेश अमुल्य धरोहर (शतायु) सम्मान-23 का शुभारम्भ

चित्तौड़गढ़। हिन्दु नववर्ष विक्रम सम्वत् 2080 की मधुर वेला पर माहेश्वरी समाज के शतायु पार वृद्धजनो का सम्मान कार्यक्रम का शुभारम्भ निम्बाहेड़ा से किया गया। माहेश्वरी युवा संगठन के विशेष आमंत्रित सदस्य नरोत्तम हेड़ा के अनुसार माहेश्वरी समाज के शतायुपार बुजुर्गो का स्वागत सम्मान करने हेतु जिला माहेश्वरी युवा संगठन द्वारा महेश अमुल्य धरोहर (शतायु) सम्मान 2023 कार्यक्रम अभियान चलाया जा रहा है। जिसका आगाज हिन्दु नववर्ष से किया गया, जिसके तहत शतायुपार बुजुर्गो का उनके घर जाकर सम्मान कर युवा साथियों द्वारा आशीर्वाद प्राप्त किया जाएगा।
चित्तौड़गढ माहेश्वरी युवा संगठन के जिला अध्यक्ष लोकेश समदानी ने बताया कि इसी क्रम में बुधवार को देवकरण समदानी निम्बाहेड़ा के यहां उनकी दादी मां श्रीमती भगवती बाई पत्नि स्व. रामपाल समदानी जिनकी आयु 112 वर्ष है का युवा संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सी.पी. नामधराणी, दक्षिणी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी युवा संगठन के संयुक्त सचिव पियुष शारदा, लविश मुन्दड़ा, संयुक्त सचिव एवं सेती ईकाई अध्यक्ष ललित लड्ढा, निम्बाहेड़ा ईकाई अध्यक्ष (हाथी वाला मन्दिर) आशीष काबरा, युथ सोसायटी अध्यक्ष लोकेश लड्ढा, रानीखेड़ा ईकाई अध्यक्ष चंचल मंत्री ने 112 वर्षीय श्रीमती भगवती बाई का साल, उपरना ओढाकर श्रीभगवत गीता धार्मिक ग्रंथ, तुलसीमाला, श्रीफल, प्रतीक चिह्न व सम्मान पत्र भेंट कर सम्मान करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया व श्रीमती समदानी के सुखद मंगलमय स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना की। दादी जी ने सभी को आशीर्वाद प्रदान किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सी.पी. नामधराणी ने कहा कि संगठन इस पुण्य कर्म को कर गौरान्वित महसुस कर रहा है।
इस अवसर पर निम्बाहेड़ा युथ सोसायटी अध्यक्ष लोकेश लड्ढा ने बताया कि श्रीमती भगवती देवी समदानी एक धार्मिक एवं सामाजिक प्रवृति की महिला है। देवकरण समदानी पौत्र ने बताया कि दादीजी इस उम्र में अपने सभी नित्यकर्म स्वयं कर मोहल्ले में स्थित मन्दिर में नियमित पूजा अर्चना करती है व पार्क में घुमकर आज भी योगा करके बिल्कुल स्वस्थ है। घर परिवार में आने जाने वालो को पुरा समय देकर उनसे बातचीत करती है । दादा जी के किराने का व्यवसाय था।
समाज के ललित शारदा ने बताया कि श्रीमती समदानी के 5 बेटे एवं 2 बेटिया है। सबसे बड़े पौत्र 55 वर्षीय रमेशचन्द्र है, 9 पौत्र एवं 4 पौत्रीयां, 4 पड़पौत्र एवं 3 पड़पौत्रीयां, 2 लड़पड़ पौते एवं 2 लड़पड़ पोतीयां होकर श्रीमती समदानी ने 7 पीढीयां देख ली है जो गर्व की बात है।
जिलाध्यक्ष लोकेश समदानी के अनुसार माहेश्वरी समाज के सम्पूर्ण जिले में सतायु पार सभी वयोवृद्धजनो का संगठन की ओर से घर-घर जाकर सम्मान किया जायेगा। निम्बाहेड़ा के हाथी वाला मन्दिर ईकाई नव नियुक्त अध्यक्ष आशीष काबरा व रानीखेड़ा के नव नियुक्त अध्यक्ष चंचल मंत्री का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीपी नामधराणी, समाज सेवी ललित शारदा, जिला खेल सचिव दिनेश सोमानी ने उपरना ओढाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर आशीष भुतड़ा, सौरभ तोषनीवाल, पंकज मण्डोवरा, दीपक मालू, चिराग मंत्री, अंशुमन गुप्ता, अनुनय काबरा, अंकुर धूत, राजेश कालिया, राकेश लड्ढा एवं निम्बाहेड़ा युवा संगठन के साथियों ने समदानी के सभी परिजनो का उपरना ओढाकर स्वागत किया।
 


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