साहित्यकार भरतचन्द्र शर्मा की नौंवी पुस्तक का जयपुर में हुआ लोकार्पण

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Published on : 31 Mar, 23 05:03

साहित्यकार भरतचन्द्र शर्मा की नौंवी पुस्तक का जयपुर में हुआ लोकार्पण

जयपुर | साहित्यकार भरतचन्द्र शर्मा की सद्यः प्रकाशित बाल साहित्य कृति ’बालमन की कहानियां’ पुस्तक का लोकार्पण जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी के त्रिदिवसीय भव्य समारोह के अंतर्गत जवाहर कला केन्द्र रंगायन भवन जयपुर में संपन्न हुआ।    

राजस्थान बाल साहित्य अकादमी के अध्यक्ष इकराम राजस्थानी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में राज्य मेला विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रमेश बोराणा मुख्य अतिथि थे जबकि विशिष्ट अतिथियों के रूप मे जनसत्ता, दिल्ली के संपादक मुकेश भारद्वाज, सुप्रसिद्ध साहित्यकार रमेश तैलंग( मुंबई) एवं बाल साहित्य अकादमी के पदाधिकारीगण श्रीमती विमला भंडारी, बुलाकी शर्मा उपस्थित रहे। समारोह अकादमी के सचिव राजेंद्रमोहन शर्मा के संचालन में संपन्न हुआ।

कई हस्तियाँ हुई शामिल

समारोह में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के पूर्व कुलपति डॉ. पी.सी. त्रिवेदी, मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारुक आफरीदी, प्रसिद्ध साहित्यकार प्रबोध कुमार गोविल सहित लेखकों, पत्रकारों, बुद्धिजीवियों एव गणमान्यजन ने भाग लिया।

शर्मा को बाल साहित्य सृजक सम्मान

समारोह में भरतचन्द्र शर्मा को बेहतरीन बाल साहित्य सृजन के लिए अतिथियों ने शॉल ओढ़ाकर तथा प्रशस्ति पत्र भेंट कर पण्डित जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी की ओर से ‘बाल साहित्य सृजक’ सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया

कृतिकार भरतचन्द्र शर्मा ने इस अवसर पर प्रकाशित पुस्तक में अपनी बात के अन्तर्गत बालमन की कहानियों में रोचकता एवं उपादेयता को अपनी प्राथमिकता बताया।

उल्लेखनीय है कि साहित्य की विभिन्न विधाओं में दशकों से अनवरत् सृजनरत जाने-माने साहित्यकार भरतचन्द्र शर्मा की विविध विधाओं में अब तक आठ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, बाल साहित्य के क्षेत्र में यह उनकी दूसरी कृति है जो नेहरू बाल साहित्य अकादमी, राजस्थान के सौजन्य से नौंवी पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुई हैं।

बाल साहित्य को बढ़ावा देने पर जोर

लोकार्पण समारोह में बाल साहित्य की उपादेयता पर व्यापक-विमर्श हुआ, जिसमें वक्ताओं ने अखबारों द्वारा बाल साहित्य सामग्री के प्रकाशन को यथोचित महत्त्व देने पर बल दिया और बाल साहित्य सृजन के क्षेत्र में निरन्तर जुटे हुए साहित्यकारों की सेवाओ की सराहना की गई।


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