उदयपुर। राष्ट्र संत उपसर्ग विजेता गुरु माँ गणिनि आर्यिका 105 श्री सुप्रकाश मति माताजी ससंघ पिछि के सानिध्य में ध्यानोदय तीर्थ बालीचा उदयपुर मे ’अक्षय तृतीया महोत्सव के अवसर पर 22 अप्रेल 108 कलशांे का गन्ने के ताज़ा रस’ का प्रभु ’1008 आदिनाथ पर अभिषेक किया जायेगा।
गुरु माँ ने आज तत्व चर्चा मे कहा कि आखा तीज का महत्व अलग अलग धर्म मे अलग अलग है। जैन धर्म मंे प्रथम तीर्थ कर आदिनाथ प्रभु कई वर्ष का तक़ तपस्या में लीन रहे और जब आहार के निकले तो ’6माह तक़ आहार नही’ हुआ और अंत मे राजा श्रेनिक के राज्य मंे उनके घर गन्ने का रस का आहार हुआ।
प्रभु ने सभी की उस दिन आहार कैसे क्यों किया जाता है सभी को बताया। इस दिन का महत्व अब इस वर्ष आप मना रहे हो। मुझे मेरे गुरु वर्तमान दिगंबर मुनि परम्परा के ’आचार्यरत्न 108 अभिनन्दन’ सागर महाराज ने आज ही के दिन 16वर्ष पूर्व मेरे दिक्षा उस समय’ ’27वर्ष का काल’ को और संघ संचालन को देख कर गणिनि पद से मुझे गौरवान्वित किया। आप सब भी इस पुण्य शाली दिन प्रभु पर 108 महिलाआंे द्वारा किये जाने वाले अभिषेक मंे अवश्य पुण्य कमाएं। ऐसा अवसर धर्म का पुण्य लेने का नहीं आता। अभिषेक के बाद गन्ने का रस का ही प्रसाद वितरण किया जायगा। जिसका पुण्य श्रीमति इंदु सुमित्रा कमला हर्षिता नीलाक्षी गोदावत परिवार को मिला है। सयोजक लक्ष्मी लाल मालवी ने बताया की गुरु माँ कि विशेष पंच प्रकार के अमृत रस से चरण पूजा की जायगी और उन्हें जिनवाणी भेट की जायगी। यह सम्पूर्ण आयोजन प्रातः 7 बजे प्रारम्भ होगा।