उदयपुर। दिगंबर जैन धर्म का सबसे बड़ा पर्युषण पर्व ध्यानोदय तीर्थ बालीचा उदयपुर में प्रारम्भ हुआ प्रारंभ में सभी दिशाओं का आवहन किया गया और प्रार्थना की गई कि सर्व दिशा रक्षक देवता हमारे इस महा पर्व पर अपने धर्म कार्य को निर्विगन्न सम्पन्न करने में सहयोग करे ओर तत्पश्चात धर्म ध्वज को पंच परमेष्ठी भगवान को अरग्य समर्पित कर जैन ध्वज गीत के साथ फहराया गया। सुप्रकाश ज्योति मंच के राष्ट्रीय संयोजक ओम प्रकाश गोदावत ने बताया कि फहराता केसरिया धर्म ध्वज अलौकिक धर्म को बता रहा था!ध्वजारोहण के पुण्यर्जक रामगंज मंडी से आये त्रिलोक सांवला थे।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर प्रभु चरणों में दिव्य श्रीफल अर्पण किए।इसके साथ ही पांच प्रकार के अमृत जल इक्षु रस मोसम्बी रस- घी पुष्प -चंदन -स्वर्ण थाली में आरती -एवं भव्य पूर्ण सुगन्धित धारा से अभिषेक किया गया। जिसका सोधर्म का सौभाग्य अरविन्द पाड़लिया परिवार एवं प्रभु पर विश्व शांति हेतुप्रभु पर महा शांति धारा श्री मति विमला प्रकाश सिंघवी उदयपुर को पुण्य मिला!दश लक्षण विशेष पूजा पर प्रथम मंगल कलश स्थापना का सौभाग्य त्रिलोक सांवला, पूर्व दिशा की पूजा अनिल डोटिया पश्चिम का दिलीप गोदावत, उत्तर का सुनील भोपावत, दक्षिण दिशा का सौभाग्य विमला सिंघवी को मिला। अखंड ज्योति का सौभाग्य ओम गोदावत एवं देवेंद्र कोड़िया को प्राप्त हुआ। महा आरती श्री मति पदमा सावला ने की ।
इस पूजा में सभी इंद्र इन्द्राणी भाव विभोर थे!आज उत्तम क्षमा धर्म दिन था ओर दश लक्षण पूजा.में सभी प्रकार के जीवो से क्षमा का भाव ऱख सब जीव से माफ़ी मांगी गई एवं सभी इंद्र ने *10 दिन तक़ आज से रात्रि भोजन का त्याग किया गोदावत ने बताया कि इस प्रकार दश लक्षण महा पर्व आज गुरु माँ 105 श्री सुप्रकाश मति माताजी के आशीर्वाद से प्रारम्भ हुआ। यह पर्व 29 सितम्बर 2023 तक़ चलेगा।