राजसमन्द के रहने वाले 6 वर्षीय रोगी के खेलते समय आँख में चिड़िया ने चोंच मार दी, जिससे आँख की रोशनी चली गयी| रोगी के माता-पिता ने कई निजी हॉस्पिटल में दिखाया परन्तु कोई स्वास्थ लाभ नहीं मिला और बच्चे को सर्वसुविधा से युक्त हॉस्पिटल जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया विभाग, आई.सी.यू इत्यादि की सुविधा हो जाने की सलाह दी गयी| बच्ची के माता-पिता गीतांजली हॉस्पिटल लेकर आये| यहाँ आने पर बच्ची को नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषि मेहता ने तुरंत भर्ती कर बेहोश करकेऑपरेशन किया गया, यह जटिल ऑपरेशन लगभग एक घंटा चला|इस सफल ऑपरेशन को करने वाली टीम में नेत्र रोग विशेज्ञ डॉ ऋषि मेहता, एनेस्थीसिया विभाग से डॉ करुणा शर्मा , रेजिडेंट डॉ अनुराग, डॉ आकांक्षा, डॉ मणि, डॉ रेणु, डॉ गीतिका, नर्स तरुणा माली शामिल थे|
रोगी का कॉर्नियल टीयर का ऑपरेशन कर रिपेयर किया गया| बच्चे की आँख की रोशनी पुनः पहले जैसे वापिस आ चुकी है| रोगी को ऑपरेशन के पांच दिन बाद छुट्टी मिल चुकी है| बच्चा और उसके माता-पिता बहुत खुश हैं|
गीतांजली हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग में सभी एडवांस तकनीके व संसाधन उपलब्ध हैं जिससे जटिल से जटिल समस्याओं का निवारण निरंतर रूप से किया जा रहा है।
गीतांजली हॉस्पिटल के पिछले 17 वर्षों से सतत रूप से हर प्रकार की उत्कृष्ट एवं विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है एवं जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं देता आया है।