जानलेवा स्ट्रोक का एडवांस्ड तकनीक से उपचार कर पारस अस्पताल ने बचाई 70 साल की महिला की जान

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Published on : 18 May, 24 07:05

जानलेवा स्ट्रोक का एडवांस्ड तकनीक से उपचार कर पारस अस्पताल ने बचाई 70 साल की महिला की जान

उदयपुर .  उदयपुर में 70 वर्षीय महिला की पारस हेल्थ अस्पताल ने कॉम्प्लेक्स ब्रेन एन्यूरिज्म का इलाज करके जान बचाई गई। दरअसल महिला मरीज इससे पहले ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी करवा चुकी थी और हाल में वह हेमरेजिक स्ट्रोक के कारण अस्पताल में इमरजेंसी में भर्ती हुई थी। यह बीमारी मस्तिष्क में बहुत ज्यादा ख़ून बहने के कारण होने वाली एक गंभीर बीमारी है। इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. तरुण माथुर द्वारा की गई न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया में फ्लो डायवर्टर नामक एक विशेष स्टेंट का उपयोग किया गया। यह इनोवेटिव तकनीक पहले से इन ऑपेराब्ले एन्यूरिज्म वाले मरीजों के लिए नई उम्मीद प्रदान करती है। डॉ. तरुण माथुर, इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट, पारस हेल्थ उदयपुर ने पारस हेल्थ उदयपुर के न्यूरोसर्जन डॉ. अजीत सिंह के साथ मिलकर सेरेब्रल DSA (डिजिटल सबट्रैक्शन एंजियोग्राफी) का उपयोग करके मरीज़ को दाएं इंटरनल कैरोटिड आर्टरी में एक बड़े फटे हुए एन्यूरिज्म का डायग्नोसिस किया। इस प्रकार के एन्यूरिज्म से ख़ून बहने का बहुत ज्यादा खतरा होता है और अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है।
डॉ माथुर ने केस के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, “मरीज की हालत बहुत नाज़ुक थी। फटा हुआ एन्यूरिज्म स्वस्थ ब्रेन टिश्यू (मस्तिष्क ऊतक) से रक्त प्रवाह को दूर कर रहा था। हमें आगे की क्षति को रोकने के लिए जल्दी से कार्रवाई करने की आवश्यकता थी।” पारस हेल्थ न्यूरोसाइंसेज की टीम ने पारंपरिक ओपन ब्रेन सर्जरी के बजाय फ्लो डायवर्टर नामक एक विशेष प्रकार के स्टेंट का उपयोग करके एक इनोवेटिव एंडोवैस्कुलर तकनीक का विकल्प चुना। इस प्रकार की तकनीक आमतौर पर इस प्रकार के एन्यूरिज्म के इलाज के लिए आवश्यक होती है। यह इनोवेटिव उपकरण रक्त प्रवाह को एन्यूरिज्म से दूर रीडायरेक्ट करता है, जो मरीज के लिए कम से कम आक्रामक विकल्प प्रदान करता है और जल्दी ठीक होने का समय देता है। पारस हेल्थ उदयपुर के इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट डॉ तरुण माथुर ने कहा, “मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया मरीज़ की टांग की आर्टरी में एक छोटा सा छेद करके की गई। तारों और कैथेटर का उपयोग करके हमने फ़्लो डायवर्टर स्टेंट को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया।” पारस हेल्थ, उदयपुर के न्यूरोसर्जन डॉ अजीत सिंह ने इस तरह की कॉम्प्लेक्स ब्रेन सर्जरी में न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ”फ्लो डायवर्टर स्टेंट कॉम्प्लेक्स ब्रेन एन्यूरिज्म के इलाज में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। यह हमें मरीजों की एक विस्तृत रेंज के लिए न्यूनतम इनवेसिव और लाइफ सेविंग विकल्प प्रदान करने की अनुमति देता है।"  उन्होंने कहा कि "पारस हेल्थ उदयपुर में इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन के बीच सहयोग से हम कॉम्प्लेक्स न्यूरोलॉजिकल बीमारियों वाले मरीजों के लिए व्यापक देखभाल प्रदान करते हैं।”
 


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