मतदाताओं का मनोबल कम, फिर भी मतदान में गिरावट

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Published on : 26 May, 24 03:05

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

मतदाताओं का मनोबल कम, फिर भी मतदान में गिरावट

शनिवार को छठे चरण के लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में कुछ हलचल साथ ही शांति पूर्वक हुआ, लेकिन नौतपा की चिलचिलाती धूप बनी रही। यहाँ तक कि 2019 के आम चुनाव की तुलना में भी मतदान में कमी आई। क्या इस बार भी भाजपा दिल्ली और हरियाणा में दबदबा बना पाएगी?

शनिवार को 18 वीं लोकसभा चुनाव के छठे चरण में पश्चिम बंगाल के सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कुल 58 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। लेकिन मतदान में कमी का मामला आया सामने। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कमी उस समय की हो सकती है जब लोगों को गर्मी की चपेट में जल्दी-जल्दी घर लौटने की इच्छा होती है। 

इसे देखते हुए कुछ लोग दिन के पहले ही मतदान केंद्रों पर पहुंच गए थे। जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर पिछले 35 सालों में सबसे अधिक वोट डाले गए, लेकिन छठे चरण में भी अब तक कम मतदान की गई। 

मतदान कार्यक्रम में युवाओं ने उत्साह दिखाया, जबकि बुजुर्गों ने भी अपना धर्म निभाया। छठे चरण में 889 उम्मीदवारों के सामने साख बंद है। 

मतदान के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सांसद गौतम गंभीर, रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी के बच्चों मिराया वाड्रा और रेहान वाड्रा ने भी मतदान किया। 

छठे चरण में लोकसभा की 58 सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ, जिसमें दिल्ली की सभी 7 सीटें और हरियाणा की सभी 10 सीटें शामिल थीं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, और जम्मू-कश्मीर में भी मतदान हुआ। 

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