उदयपुर में आवागमन और शिक्षा की राह होगी सुगम

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Published on : 23 Jun, 24 15:06

डीएमएफटी मद से 208 करोड़ रुपए से अधिक की स्वीकृतियां जारी

उदयपुर में आवागमन और शिक्षा की राह होगी सुगम

उदयपुर,प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में आमजन को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। विशेष तौर पर खनन प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के प्रबंध एवं विस्तार के लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं। इसी क्रम में असम के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया के निर्देशों पर उदयपुर जिले में डीएमएफटी मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष और जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा पर 208 करोड़ रूपए से अधिक की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां जारी की।
जिला कलक्टर पोसवाल ने बताया कि असम के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया, जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी सहित अन्य विधायकों की अनुशंसा पर विभिन्न स्वीकृतियां जारी की गई हैं। इसमें जिले भर के 487 विद्यालय भवनों के मरम्मत कार्य के लिए कुल 94 करोड़ रूपए तथा विभिन्न ग्रामीण सड़कों के निर्माण, डामरीकरण, पुलिया निर्माण से जुड़े 63 कामों के लिए 114.82 करोड़ रूपए की स्वीकृतियां जारी की गई हैं।डीएमएफटी मद से होने वाले इन विकास कार्यों से इस अंचल में एक ओर जहां खनन प्रभावित क्षेत्र के निवासियों को राहत नसीब होगी वहीं अन्य क्षेत्रों के निवासियों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।  
 
इन स्थलों पर बढ़ेगी आवागमन सुविधा
झाडोल विधानसभा क्षेत्र में सड़क एवं पुलिया निर्माण से जुड़े 12 कार्याे के लिए 25.10 करोड़ की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां जारी हुई। इसमें बिकरनी से टिनसारा सड़क पर रिटर्निंग वॉल कार्य, संपर्क सड़क ढेढमारिया पर पुलिया निर्माण, संपर्क सड़क गांधी सरणा पर पुलिया निर्माण, ढेढमारिया माता जी मंदिर से सरवण बागा के घर तक पुलिया निर्माण कार्य, मगवास दमाणा सड़क पर सीडी वर्क, कोल्यारी से ढाला रोड़ तक डीसी कार्यदेवास से बेचर रोड़ तक सीडी कार्य, नयावास सड़क मय पुलिया निर्माण, ओडा से रोहीमाला सड़क सीडी कार्य, जुड़ा से तोरणा सडक सुदृढीकरण एवं नवीनकरण कार्य तथा नयावास से मामनिया फला गुजरात बोर्डर डामरीकरण कार्य आदि शामिल हैं।
इसी प्रकार खेरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 8 कार्यों के लिए 25 करोड़ की स्वीकृति जारी की गई है। इसमें पादेड़ी हॉस्पीटल से खराड़ी फला तक संपर्क सड़क निर्माण, बिलखाई भैरूजी से बालदर भरदा वाया दरा धारूदा तक बीटी रोड़, मानपुरा कल्याणपुर संपर्क सड़क, नेशनल हाईवे 8 से मसारो की ओबरी रोड़ पर ब्रिज निर्माण, कारछा से खानिया लिमडी तक सड़क निर्माण, महादेव मंदिर से उप्रावि बावडीफला तक सड़क सड़क व हीका से पांडलिया तक सड़क निर्माण कार्य शामिल हैं।
उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 17 कार्यों के लिए 24.06 करोड़ से अधिक की स्वीकृति जारी हुई। इसमें काया से गोविन्दपुरा सड़क, अमरपुरा टीडी में तलाबवाली घाटी से पदेरी घाटी मय पुलिया निर्माण, डाकनकोटड़ा टोल नाका से डाकनकोटड़ा गांव तक सड़क निर्माण, फूटी तलाई से बगारा मय पुलिया, डबन-रायता नाका पर पुलिया निर्माण, मामादेव से चांसदा सड़क सुदृढीकरण व नवीनीकरण कार्य, धूणी माता से सुखानाका मिसिंग लिंग, उमरड़ा में रामा फेक्ट्री से बंजारा बस्ती तक सड़क कार्य, उमरडा-झापा डेडकिया संपर्क सड़क, पोपल्टी से फंादा संपर्क सड़क, अलसीगढ़ कालीवास में पुलिया निर्माण, बेडवास पुलियानिर्माण, उमरडा मैनरोड़ से निचली भागत होते हुए पावर हाउस तक सड़क निर्माण, काया में झाडा अडूवा से दादराफला सड़क, धूणी माता से खोखरा फला सड़क तथा गौरव पथ निर्माण मुख्य सड़क से नवीन पंचायत भवन तक नया खेड़ा सड़क कार्य शामिल हैं।
वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में 7 कार्यों के लिए 11.47 करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी हुई। इसमें बुथेल से मोरा मंगरा वाया मेहता रेट डामर रोड़, कुराबड़ बम्बोरा मुख्य सड़क से फूटाना सुलेखा तक डामर रोड, जगत जयसमंद चौराहा से जगत गिंगला चौराहा तक सीसी रोड़ निर्माण, फिला में सती माता से देवरिया तक डामर सड़क, कोट पंचायत से तेड माताजी तक डामर सड़क, आडा तलाई से रावली तलाई तक डामर सड़क, आवरा से कलोडिया तक डामर सड़क शामिल हैं। मावली विधानसभा क्षेत्र में भोपाली भील बस्ती से सकदर स्कूल मोहल्ले तक डामरीकरण कार्य के लिए 50 लाख रूपए, लोडाई सरेकला से कुण्डाल की भागल से सरे खुर्द तक सड़क के लिए 225 लाख तथा चीरवा में मोहनपुरा एनएच 8 से मुंगेडिया होते हुए मेनारिया समाज के नोहरा तक 3 किमी सड़क के लिए 150 लाख रूपए की स्वीकृति जारी की गई है।
गोगुन्दा विधानसभा क्षेत्र में 24.94 करोड़ की लागत से 16 कार्य स्वीकृत किए गए। इसमंे झाडोल मैन रोड़ से कडेचावास सड़क निर्माण, ओगणा मुख्य सड़क से घरावण तक डामरीकरण सड़क, नला भील बस्ती पाटिया से तलई चोड़ा तक सड़क निर्माण फटिया भील बस्ती से वाया थोरमगरी से एनएच 27 तक सड़क, मदारड़ा से केशवपुरा माताजी खेड़ा तक डामरीकरण सड़क, सेमटाल विद्यालय से हाईवे तक सड़क, गोगुन्दा से पितिया तलाई तक मिसिंग लिंक सड़क, कोविया से रणकपुर रोड़ तक सड़क निर्माण, गायफल से पलासमा तक डामर सड़क, भानपुरा मंे वागड बग्गड मुख्य गांव से राठौड़ा गुड़ा तक डामर सडक, सायरा में रावों का सायरों से भील बस्ती उपला वट तक डामर सड़क, भानुपरा से दाणा भील बस्ती तक डामर सड़क, भूताला मैन रोड़ से टेर का भीलवाड़ा तक डामर सड़क, भूताला मैन रोड दरवाजा से नेतावतों की भागल तक डामर सड़क, कडिया भीलवाड़ा से तेरावण माता मंदिर तक डामर सड़क, एनएच 27 से झालों का गुड़ा वाया सेलु डामर सड़क कार्य शामिल हैं।

487 स्कूल भवनों की होगी मरम्मत
डीएमएफटी के माध्यम से जिले भर के 487 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए 94 करोड़ रूपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है। इसके अलावा पूर्व में स्वीकृत कार्य आम्बुआ गांव से नाका फला डामर सड़क तथा चासदा पीएचसी से मुख्य सड़क तक डामरीकरण कार्य के लिए 21.53 लाख रूपए की अग्रिम किश्त राशि भी स्वीकृत की गई। वहीं आयुर्वेदिक विभाग में ई.जी.सी. एवं पंचकर्म मशीन के लिए 8 लाख का कार्यादेश भी जारी किया गया है।

यह है डी.एम.एफ.टी
केंद्र सरकार की ओर से खनन प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पी.एम.के.के.वाई) के तहत एम.एम.डी.आर. एक्ट-1957 में 12 जनवरी 2015 की अधिसूचना को संशोधन कर धारा-9बी जोड़ते हुए डी.एम.एफ.टी. (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट) का प्रावधान लागू किया गया था। इसके तहत राजस्थान में 31 मई 2016 को राजस्थान डी.एम.एफ.टी. नियम-2016 अधिसूचित किए गए। उक्त नियम का मुख्य उद्देश्य रॉयल्टी के साथ डी.एम.एफ.टी. के रूप में अतिरिक्त राशि प्राप्त कर, उसका उपयोग ट्रस्ट के माध्यम से खनन प्रभावित क्षेत्र में बुनियादों आवश्यकताओं की पूर्ति करना है। इसके तहत कार्यों को प्राथमिक व औपचारिक दो श्रेणियों में बांटा गया है। प्राथमिक क्षेत्र के कार्यों में शिक्षा, चिकित्सा, मूल भूत आवश्यकताएं जैसे सड़क, पेयजल क्षेत्र के कार्य सम्मिलित हैं। शेष प्रकार के कार्य औपचारिक श्रेणी में आते हैं। इसी प्रकार सिलिकोसिस पीड़ित व्यक्त्त्यिों को सहायता राशि का भुगतान डी.एम.एफ.टी. के माध्यम से ही किया जाता है। जिला उदयपुर में डी.एम.एफ.टी. में अनुमानित बजट 138 करोड़ रूपये वार्षिक है।

उदयपुर में अब तक 431 करोड़ रूपए स्वीकृत
उदयपुर जिले में डी.एम.एफ.टी. से अब तक 2225 कार्यों की 431 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। इनमें से मई-2024 तक 1727 कार्यों में 260 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा चुकी है।


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