पारस हेल्थ उदयपुर में हाइब्रिड तकनीक से सफल ब्रेन ट्यूमर सर्जरी की गई

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Published on : 27 Jul, 24 04:07

पारस हेल्थ उदयपुर में हाइब्रिड तकनीक से सफल ब्रेन ट्यूमर सर्जरी की गई

 

26.07.2024, उदयपुर: पारस हेल्थ उदयपुर के डॉक्टरों की एक टीम ने हाइब्रिड तकनीक का उपयोग करके एक जटिल ब्रेन ट्यूमर सर्जरी की है। इस वजह से एक 70 वर्षीय व्यक्ति के ब्रेन ट्यूमर का सफलतापूर्वक इलाज़ हो पाया है। यह व्यक्ति लंबे समय से गंभीर सिरदर्द और सिर की सूजन से पीड़ित था। डॉक्टर से कंसल्ट करने और MRI स्कैन कराने के बाद श्री लक्ष्मण (बदला हुआ नाम) को एक दुर्लभ ब्रेन ट्यूमर का पता चला। ट्यूमर हड्डी से मस्तिष्क तक फैल गया था, जिससे स्किल (खोपड़ी) मोटी हो गई और लगातार सिरदर्द होने लगा। कई डॉक्टरों ने सर्जरी कराने की सलाह दी, लेकिन ट्यूमर की हाई ब्लड सप्लाई के कारण कई बड़े खतरे थे, जिससे ऑपरेशन के दौरान बहुत खून भी बह सकता था, और इसकी वजह से मरीज की जान भी जा सकती थी। 


पारस हेल्थ उदयपुर के सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. अजीत सिंह ने ब्रेन ट्यूमर को हटाने की हाइब्रिड तकनीक अपनाई। इस इनोवेटिव ट्रीटमेंट दृष्टिकोण में एक तार का उपयोग करके ट्यूमर से ख़ून की सप्लाई को पहले से ही ब्लॉक किया गया, जिससे सर्जरी के दौरान ज्यादा खून बहने का खतरा काफी कम हो गया।


डॉक्टरों से कंसल्ट करने के बाद श्री लक्ष्मण इस तकनीक से सर्जरी के लिए राजी हो गए। शुरुआत में डॉ. तरुण माथुर ने ट्यूमर की ब्लड सप्लाई को रोकने के लिए एंजियोग्राफी की। अगले दिन डॉ. अजीत सिंह ने सर्जरी की। ऑपरेशन के दौरान पता चला कि ट्यूमर हड्डी से फैलकर मस्तिष्क की मांसपेशियों और नसों में फैल गया था। हालांकि ब्लड सप्लाई पहले से ही ब्लॉक होने के कारण बहुत कम ख़ून बहा और मरीज को ख़ून चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ी। अगले दिन मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।


हड्डी में ट्यूमर होने के कारण प्रभावित हड्डी वाले हिस्से को हटा दिया गया और टाइटेनियम मेश क्रेनियोप्लास्टी की गई। इस प्रकार के ट्यूमर को इंट्राओसियस मेनिंगियोमा कहा जाता है, जो सभी हड्डी के ट्यूमर का केवल 1% होता है और आमतौर पर सर्जरी के दौरान बहुत ज्यादा ख़ून बहने के हाई रिस्क से जुड़ा होता है।

 

प्रक्रिया के बारे में बताते हुए डॉ. अजीत सिंह ने कहा, "यह हाइब्रिड तकनीक कॉम्प्लेक्स ब्रेन ट्यूमर के सर्जिकल ट्रीटमेंट में एक गेम-चेंजर साबित हुई है। ट्यूमर की ब्लड सप्लाई को पहले से ही ब्लॉक करके हम ऑपरेशन के दौरान होने वाले खून के बहाव को कम कर सकते हैं और सर्जिकल खतरों को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इस तरीक़े ने बहुत अच्छा असर दिखाया है। इसी तरह की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए यह तकनीक एक वरदान साबित हो सकती है।”

 

पारस हेल्थ उदयपुर पिछले कुछ समय से इस हाइब्रिड तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे ब्रेन ट्यूमर के मरीजों को काफी फायदा मिल रहा है। हॉस्पिटल अपने मरीजों के लिए बेहतरीन इलाज़ प्रदान करने के लिए एडवांस्ड और प्रभावी हेल्थकेयर सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।


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