जिला स्तरीय सतत विकास लक्ष्य-2030 कमेटी की बैठक आयोजित

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Published on : 13 Aug, 24 09:08

जिला कलक्टर ने सतत विकास लक्ष्य पूर्ण करने के लिए सभी अधिकारियों को समन्वित रूप से कार्य करने के लिए निर्देशित किया

जिला स्तरीय सतत विकास लक्ष्य-2030 कमेटी की बैठक आयोजित

जिला स्तरीय सतत विकास लक्ष्य-2030 कमेटी की बैठक आयोजित
श्रीगंगानगर, 12 अगस्त। जिला स्तरीय सतत विकास (एसडीजी) लक्ष्य-2030 की क्रियान्वयन एवं मोनिटरिंग कमेटी की बैठक सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर श्री लोकबंधु की अध्यक्षता में हुई। 
बैठक में जिला कलक्टर ने सतत विकास के लक्ष्यों से संबंधित विभाग और उनसे जुड़ी योजनाओं की प्रगति को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि मिलकर समन्वित रूप से कार्य करेंगे तो इन लक्ष्यों को अर्जित किया जा सकता है। स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग सहित संबंधित विभागों को आवश्यक गतिविधियां करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं सभी तक पहुंचनी चाहिए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को लक्ष्य प्राप्त करते हुए वांछित प्रगति हेतु निर्देशित करते हुए शिक्षा विभाग को विद्यार्थियों की उपस्थिति में अपेक्षित सुधार के लिये कहा। पीएचईडी और विद्युत विभाग को निर्धारित लक्ष्यो के अनुरूप प्रगति लाने के निर्देश देते हुए उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना में लाभार्थियों की संख्या में कमी को देखते हुए अपेक्षित सुधार के निर्देश दिये। इस दौरान जिला कलक्टर द्वारा सतत विकास लक्ष्य की जिला स्तरीय स्टेटस रिपोर्ट 2024 की बुकलेट का भी विमोचन किया।
आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के उप निदेशक श्री मोहन लाल ने बैठक में अवगत करवाया कि सतत विकास के लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों के बीच हुआ समझौता है। सितंबर 2015 में भारत सहित 193 में देशों ने इन्हें वैश्विक विकास की दृष्टि से अपनाया। इनका उद्देश्य वर्ष 2030 तक दुनिया भर से गरीबी को समाप्त कर सभी नागरिकों को एक समान, सुरक्षित और स्वस्थ जीवन देना है। वैश्विक स्तर पर इस बड़े उद्देश्य को पूरा करने के लिए इसे विभिन्न लक्ष्यों में बांटा गया है। इसके तहत गरीबी का अंत, भुखमरी समाप्त करना, स्वस्थ जीवन एवं आरोग्य, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, शुद्ध जल एवं स्वच्छता, किफायती और स्वच्छ ऊर्जा, सम्मानजनक कार्य और आर्थिक विकास, उद्योग, नवाचार और अवसंरचना, असमानता में कमी, संधारणीय शहर और समुदाय, सतत उपभोग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन, पानी में जीवन, भूमि पर जीवन, शांति, न्याय और सुदृढ़ संस्थान और लक्ष्यों के लिए भागीदारी के तहत राष्ट्रीय स्तर पर नीति आयोग को सतत विकास लक्ष्य 2030 के क्रियान्वयन एवं मोनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान में सतत विकास गोल्स के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आयोजना विभाग नोडल विभाग है। इसके तहत सत्त विकास के लक्ष्यों के राष्ट्रीय संकेतकों के समन्वकों का संकलन एवं प्रगति की सामयिक समीक्षा हेतु आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय में एसडीजी क्रियान्वयन केंद्र की स्थापना की गई है। एसडीजी के स्थानीयकरण तथा सतत विकास लक्ष्यों को अर्जित करने में जिला स्तरीय प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान रखते हुए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति गठन किया गया है। इस दौरान सतत विकास लक्ष्य से संबंधित फोल्डर का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर एडीएम प्रशासन श्री वीरेन्द्र सिंह चौधरी, एडीएम सतर्कता श्री नरेन्द्र पाल सिंह, एसडीएम गंगानगर श्रीमती जीतू कुलहरी, नगरपरिषद आयुक्त श्री यशपाल आहूजा, श्री धीरज चावला, पीएमओ डॉ. दीपक मोंगा, डॉ. अजय सिंगला, श्री देशराज, श्री पदम प्रकाश कोठारी, श्री अरूण कुमार शर्मा, सुश्री कविता सिहाग, सीडीईओ श्री पन्नालाल कड़ेला, डॉ. नरेश गुप्ता, डॉ. सतीश शर्मा, श्री विजय कुमार सहित अन्य मौजूद रहे


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