शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर कल बसंत विहार, बाराँ निवासी, आड़त व्यवसायी हरि मोहन गुप्ता का आकस्मिक निधन हुआ । आयुर्वेदिक दवा व्यवसायी बेटे प्रमोद और उत्तम को,बाराँ की सामाजिक संस्था भारत विकास परिषद और रोटरी क्लब के सदस्यों ने दिवंगत हरिमोहन के नेत्रदान करवाने के लिए आग्रह किया ।
दोनों बेटों ने तुरंत ही माँ रमा कुमारी और बहन जया, ज्योति व इंदिरा से नेत्रदान के लिए सहमति लेने के उपरांत कोटा से शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम को बुलाने के लिए कह दिया ।
माँ रमा,सहित परिवार के सदस्यों ने नेत्रदान की पूरी प्रक्रिया को अपने सामने देखा । रमा ने कहा कि,शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर नेत्रों के दान से किसी के अंधेरे जीवन में रोशनी आये,उसका जीवन रोशनी से भर जाये, इससे बड़ा पुनीत कार्य कोई नहीं है ।
कोटा से डॉ० कुलवंत गौड़ सूचना मिलते ही, बाराँ पहुँच गये,और रात 10:00 बजे परिवार की भी सदस्यों के बीच नैत्रदान की प्रक्रिया संपन्न की । नैत्रदान प्रक्रिया के बाद उन्होंने वहां पर उपस्थित शहर के गणमान्य नागरिकों,समाज बंधुओं व क़रीबी रिश्तेदारों से नेत्रदान की प्रक्रिया और भ्रांतियों पर विस्तार से बात की ।