बड़ी सादड़ी की अनुश्री ने केबीसी में दिखाई प्रतिभा

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Published on : 02 Nov, 24 11:11

महानायक अभिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठ कर दिए प्रश्नों के जवाब

बड़ी सादड़ी की अनुश्री ने केबीसी में दिखाई प्रतिभा

उदयपुर। बड़ी सादड़ी की बेटी 15 साल से महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने का सपना देख रही थी। आखिर वो सपना सच हो गया। अनुश्री सामोता ने 'कौन बनेगा करोड़पति' में अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए दो पड़ाव पार कर 6 लाख 80 हजार जीते है।
अनुश्री ने 12वें प्रश्न पर उत्तर नहीं आने पर हॉट सीट छोड़कर जाने का निर्णय लिया। इस दौरान उन्होंने तीनों लाइफ लाइन का भी इस्तेमाल किया।
31 अक्टूबर को हुआ प्रसारण, बड़ी सादड़ी में रहा उत्सवी माहौल
अनुश्री के एपिसोड का प्रसारण 31 अक्टूबर की रात को हुआ। कार्यक्रम के प्रसारण को देखने के लिए बड़ी सादडी के प्रमुख घंटाघर चौराहा पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई। जहां पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लगी हुई थी।
15 सालों से केबीसी में जाने का देख रही थी सपना
अनुश्री सामोता ने बताया कि पिछले 15 सालों से केबीसी में जाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही थी। इसके लिए उन्होंने सोनी लीव एप पर निरंतर प्ले अलोंग खेला। जिसके आधार पर उनका चयन केबीसी इंडिया चैलेंजर्स वीक के लिए हुआ। ऑडिशन राउंड में उनका पर्सनल इंटरव्यू और जीके टेस्ट हुआ था। ऑडिशन में चयन के बाद वे फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड के लिए मुंबई गई। फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड में सेलेक्ट होने के बाद उन्होंने जल्दी 5 राउंड खेला जिसके बाद वह हॉट सीट पर पहुंची।
11 सालों से पिता को है ब्लड कैंसर
अनुश्री के पिता अनिल कुमार सामोता को पिछले 11 सालों से ब्लड कैंसर है। कीमोथेरेपी के दौरान उनके पिता को शिंगल्स हुआ। जिस कारण उनके एक कान में क्षति हुई। जब उनके पिता को कैंसर हुआ था तब अनुश्री 12वीं कक्षा में थी। उन्हें किसी ने कहा था कि अगर तू टॉप करेगी तो तेरे पापा जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे और यही बात उनके लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई। अनुश्री ने साल 2014 में 12वीं बोर्ड परीक्षा में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। वे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही है। अनुश्री अपनी सफलता का श्रेय अपने स्व. दादा रोड़ीलाल सामोता, माता मंजुला, पिता अनिल कुमार, भाई जय सहित पूरे परिवार, शिक्षकजनों, साधु- संतों, मित्रों एवं डॉ. के. आजम, रिटायर्ड आईएफएस आनन्द स्वरूप अग्निहोत्री को देती है। अनुश्री कहती है कि हमारे माता पिता ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमारे सपनों और हमारी शिक्षा को हमेशा महत्त्व दिया। मैं सभी माता पिता से निवेदन करना चाहूंगी कि अगर उनकी संतान कुछ अलग और अच्छा करना चाहती है तो उनका आधार स्तंभ बने ताकि एक दिन उन्हें अपने माता पिता पर वैसा ही गर्व हो जैसा आज हमें होता हैं। वो कहती है कि अगर आप किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात आपको उससे मिलाने में लग जाती है।
भाई जय शहीद की फिल्म में रिसर्च कंसल्टेंट नियुक्त
अनुश्री के भाई जय सामोता (23) परमवीर चक्र विजेता शहीद शैतानसिंह पर बन रही फिल्म के लिए रिसर्च कंसल्टेंट नियुक्त हुए है। शैतान सिंह को 1962 के भारत-चीन युद्ध के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। इस युद्ध में मेजर शैतानसिंह के साथ कई सैनिक शहीद हुए थे। हाल ही में फिल्म निर्माता, निर्देशक और अभिनेता फरहान अख्तर ने इसी युद्ध में रेजांग ला की लड़ाई पर आधारित '120 बहादुर' फिल्म का अनाउंसमेंट किया। इसमें फरहान स्वयं मेजर शैतान सिंह की भूमिका निभाएंगे।
अनुश्री के भाई जय सामौता शहीद शैतानसिंह पर बन रही फिल्म के लिए रिसर्च कंसल्टेंट नियुक्त हुए है।
जय सामोता मेजर शैतान सिंह के जीवन पर लिखी उनकी पुस्तक मेजर शैतान सिंह दी मैन इन हाफ लाइट के आधार पर मिली। जय ने इसके लिए लगभग 4 साल तक देश के विभिन्न जगहों पर जाकर शैतानसिंह के जीवन से जुड़ी जानकारी हासिल की है। जय इससे पहले 21 परमवीर चक्र विजेताओं पर किताब लिख चुके हैं। अब वह 1962 के युद्ध पर भी शोध कर रहे हैं।


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