मुंबई, भगवान महावीर के 2550वें निर्वाण वर्ष के अवसर पर महावीरायतन फाउंडेशन द्वारा "वीर-निर्वाण महासंगम" का आयोजन 30 नवंबर को मुंबई के रामलीला मैदान, गौशाला, मलाड ईस्ट में किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल जी की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। साथ ही देश-विदेश के अनेक धर्मगुरु, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, प्रसिद्ध उद्योगपति, समाजसेवी और कला जगत के कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व भी इस अवसर पर शिरकत करेंगे।
इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषता भगवान महावीर के अमर संदेश “जिओ और जीने दो” पर आधारित विशेष व्याख्यान और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। महावीरायतन फाउंडेशन के संस्थापक श्रद्धेय देवेंद्र ब्रम्हचारी जी ने मीडिया से बात करते हुऐ आयोजन के बारे में बताये की इसका उद्देश्य समाज में शांति, एकता और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना है। हमने पिछले दो दशकों से समाज में सामाजिक समरसता, सौहार्द्र, प्रेम और सद्भावना को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी अथक सेवाएं दी हैं। कार्यक्रम में भगवान महावीर के सन्देश “जिओ और जीने दो” पर विशेष व्याख्यान होंगे। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। इसका मुख्य उद्देश्य समाज में शांति, एकता और सहिष्णुता बढ़ाना है।
हाल ही में, श्रद्धेय देवेंद्र ब्रम्हचारी जी ने हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल जी से शिमला स्थित राजभवन में भेंट कर उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया, उन्हों ने कहा की आयोजन समाज के लिए प्रेरणा देने वाला है। इसी प्रकार, नई दिल्ली असम हाउस में असम और मणिपुर के महामहिम राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी से भी भेंट कर उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया।
महामहिम राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में प्रेम, सद्भावना और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देने के महत्वपूर्ण प्रयास हैं। उन्होंने स्वामी देवेंद्र ब्रम्हचारी के सामाजिक कार्यों और महावीर के सिद्धांतों को समाज में प्रचारित करने की पहल की सराहना की। और उनका मानना है कि यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक प्रेरणादायक मंच बनेगा।
यह महासंगम भगवान महावीर के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करने और समाज में धार्मिक सहिष्णुता, प्रेम और सद्भावना का संदेश फैलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।