उदयपुर। पिम्स हॉस्पिटल उमरड़ा के रेडियोडायग्नोसिस विभागाध्यक्ष डॉ. हरिराम ने कहा कि अल्ट्रासाउंड, एंडोमेट्रियोसिस जैसी महिलाओं की माहवारी संबंधी बीमारियों के निदान में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वे राजस्थान आईआरआइए रेडियोलॉजी के 31वें वार्षिक अधिवेशन में बोल रहे थे। डॉ. हरिराम ने बताया कि आजकल महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है और एंडोमेट्रियोसिस एक प्रमुख कारण है। यह बीमारी लाखों महिलाओं को प्रभावित करती है और उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, खासकर जब वह प्रेग्नेंट होने वाली होती है और जब पीरियड्स होते हैं। उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड परीक्षण के माध्यम से एंडोमेट्रियोसिस का जल्दी और सटीक निदान किया जा सकता है, जिससे समय रहते उचित उपचार शुरू किया जा सकता है। यह परीक्षण न केवल बीमारी की पुष्टि करता है बल्कि इसकी गंभीरता और फैलाव का भी आकलन करता है। अधिवेशन में प्रदेशभर से पहुंचे 500 से ज्यादा रेडियोलॉजिस्ट ने डॉ. हरिराम के शोध की प्रशंसा की।