उदयपुर, गीताांजली हॉस्पिटल, उदयपुर में 13 वर्षीय मास्टर भावेश का सफल इलाज हुआ, जो सांस लेने में कठिनाई और अत्यधिक कमजोरी से परेशान थे। गहन जांच के दौरान पता चला कि उन्हें "एबरनैथी मालफॉर्मेशन" नामक दुर्लभ बीमारी है। इस स्थिति में आंतों का खून सीधे हृदय में जाता है, जिससे शरीर में अमोनिया का स्तर बढ़ता है, जो लीवर और हृदय दोनों के फेल होने का कारण बन सकता है।
डॉ. रमेश पटेल और उनकी टीम ने ऑपरेशन के दौरान पैर की नस से इस मालफॉर्मेशन को चिन्हित कर उसे डिवाइस द्वारा बंद कर दिया। ऑपरेशन के तुरंत बाद मास्टर भावेश के ऑक्सीजन स्तर में सुधार हुआ और हृदय की पंपिंग क्षमता भी बेहतर हो गई।
यह दक्षिण राजस्थान में पहली बार है जब इतनी जटिल और दुर्लभ बीमारी का सफल इलाज किया गया है। गीताांजली हॉस्पिटल ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए मास्टर भावेश का नि:शुल्क इलाज किया, क्योंकि वह एक गरीब परिवार से संबंधित थे।
गीताांजली कार्डियक सेंटर ऐसे जटिल इलाज के लिए हमेशा तत्पर रहता है, और यह अस्पताल पिछले 17 वर्षों से विश्वस्तरीय सेवाएँ दे रहा है।