राजस्थान की भजन लाल सरकार विधानसभा में हेरिटेज स्टेट बनाने का संकल्प पारित करेगी ?

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Published on : 22 Jan, 25 04:01

राजस्थान की भजन लाल सरकार विधानसभा में हेरिटेज स्टेट बनाने का संकल्प पारित करेगी ?

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

विश्व पर्यटन के मानचित्र पर अपना विशेष स्थान रखने वाले राजस्थान का रेगिस्तान भी अब प्रदेश के लिए वरदान साबित हो रहा हैं और हमेशा की तरह इन सर्दियों में भी देशी विदेशी पर्यटकों का सैलाब जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर सहित जयपुर से जोधपुर तक भारी धूम मचा रहा हैं।ऐतिहासिक धरोहरो और हवेलियां के लिए सारी दुनिया में प्रसिद्ध राजस्थान पिछले कुछ सालों से डेस्टिनेशन वेडिंग्स का हब बन रहा हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नीमराना और तिजारा फोर्ट से शुरू होने वाली प्रदेश की हवेलियां शेखावाटी से बीकानेर जैसलमेर तक सैलानियों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र  हैं। प्रदेश में हर पांच कोस पर हेरिटेज सम्पदा देखी जा सकती हैं। उदयपुर में आहड़ सभ्यता के अवशेष देखें  जा सकते हैं तो डूंगरपुर का बेणेश्वर,देव सोमनाथ और बांसवाड़ा का अरथूना छठी से ग्यारहवीं शताब्दी की पूरा संपदाओं से भरा हुआ है।

राजस्थान अपनी धरोहर, किलों, महलों एवं ऐतिहासिक हवेलियों , आभानेरी जैसी बावड़ियों आदि के लिए जग प्रसिद्ध है।राजस्थान में बेशक समुद्री तट और बर्फ से भरी वादियां नहीं हैं लेकिन प्रदेश के पर्यटन गुलदस्ते में हर रंग के वे फूल है जोकि अपनी निराली छटा से पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। विदेशों से आने वाला हर तीसरा पर्यटक दिल्ली जयपुर और आगरा गोल्डन ट्राईएंगल को छुए बिना अपने वतन वापस नहीं लौटता । वेडिंग्स डेस्टिनेशन के साथ राजस्थान फिल्म निर्माण का लोकप्रिय डेस्टिनेशन बन रहा है। राजस्थान की भजन लाल सरकार जयपुर में फिल्मसिटी बनाने के लिए सक्रिय हुई हैं और मुख्यमंत्री शर्मा ने इसके लिए फिल्म निर्माता के.सी.बोकाड़िया के प्रस्ताव को स्वीकार भी किया हैं। पिछली भाजपा और कांग्रेस सरकार में भी फिल्म सिटी बसाने का प्लान बना, लेकिन साकार नहीं हो पाया।

उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी वित्त मंत्री के रूप में अगले माह दूसरी बार राजस्थान का बजट पेश करेंगी । पर्यटन और हेरिटेज से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान को हेरिटेज स्टेट बनाने के लिए राज्य सरकार को विधानसभा में एक संकल्प पारित करने के प्रस्ताव लाना चाहिए ताकि राजस्थान  में सर्वत्र बिखरी पूरा संपदाओं को उचित संरक्षण मिल सके। साथ ही विदेशी पर्यटकों से देश को बड़ी राजस्व आमदनी भी हो सके। राजस्थान में देश की 75 प्रतिशत हैरिटेज प्रॉपर्टी हैं। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी स्वयं हेरिटेज को बढ़ावा देने की पक्षधर है और देशी विदेशी पर्यटकों को राज्य की विविधता से भरी विरासत को दिखाने के महत्व को उससे बेहतर और कोई नहीं जान सकता।

राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। मार्च 2025 में जयपुर में आईफा (इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी) का आयोजन होने जा रहा है, जो भारत में इस कार्यक्रम का सिल्वर जुबली संस्करण होगा। यह आयोजन राजस्थान के लिए न केवल सांस्कृतिक बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है।उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का मानना है कि आईफा का आयोजन न केवल राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेगा, बल्कि राज्य के पर्यटन और फिल्म उद्योग को भी एक नई पहचान दिलाएगा।  

राजस्थान ने न केवल देशी सैलानियों, बल्कि विदेशी हस्तियों और फिल्मी सितारों के लिए भी डेस्टिनेशन वेडिंग का आदर्श स्थल बनकर उभरा है. हाल के वर्षों में यहां कई मशहूर फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों की शादियां हुई हैं, जिनमें इरा खान-नुपूर शिखरे, कियारा आडवाणी-सिद्धार्थ मल्होत्रा, कटरीना कैफ-विक्की कौशल, प्रियंका चोपड़ा-निक जोनस, ईशा अंबानी-आनंद पीरामल और परिणीति चोपड़ा-राघव चड्ढा जैसे नाम शामिल हैं. इसके साथ ही, हॉलीवुड के सितारे भी अपनी शादियों के लिए राजस्थान का रुख कर रहे हैं, जिससे राज्य की लोकप्रियता और बढ़ी है. राजस्थान में कई फिल्मी सितारों एवं सैलिब्रेटिज की शादियां हुई है। इनमें इरा खान- नुपूर  शिखरे, कियारा- सिद्धार्थ मल्होत्रा, कटरीना कैफ - विक्की कौशल, ईशा अंबानी- आनंद पीरामल,परिणिती चौपड़ा- राघव चड्ढा, प्रियंका चोपड़ा- निक जोनस, रवीना टंडन- अनिल थडानी, नील नितिन मुकेश- रुकमणि सहाय, निहारिका कोनिडेला-चैतन्य जेवी, श्रेया सरन-आंद्रेई कोसचीव, रजत टोकास-सृष्टि नायर, विक्रम चटवाल - प्रिया सचदेव, एलिजाबेथ हर्ले - अरुण नायर आदि शामिल हैं।
राजस्थान में देश की 75 प्रतिशत हैरिटेज प्रॉपर्टी हैं, जो इसे एक प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल बनाती हैं. जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, और जैसलमेर जैसे शहरों में किले, हवेलियां और महल हैं, जो शादियों के लिए आदर्श स्थान साबित हो रहे हैं। राज्य के 120 से अधिक किलों, हवेलियों और महलों पर डेस्टिनेशन वेडिंग्स आयोजित की जा रही हैं, जो राजस्थान को डेस्टिनेशन वेडिंग में अग्रणी बनाती है।राजस्थान को अन्तरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर  बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन के कई अवार्ड मिले हैं।

डेस्टिनेशन वेडिंग का मतलब है, जहां वर-वधू पक्ष कम से कम तीन से चार दिन का स्टे करते हैं और विवाह के लिए एक थीम चुनते हैं, हैरिटेज स्थल पर जाकर शादी करते हैं. उपनिदेशक दलीप सिंह राठौड़ के अनुसार, राजस्थान को पिछले पांच सालों से लगातार अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन अवार्ड मिल रहे हैं, जो डेस्टिनेशन वेडिंग में राजस्थान की महत्ता को दर्शाता है. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान के किलों, हवेलियों और महलों पर जब सजावट की जाती है, तो यह शादियों को और भी खास बना देती है, जिससे विवाह के अनुभव को एक राजसी अहसास मिलता है। राजस्थान में
अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, डूंगरपुर, जयपुर,जैसलमेर, जोधपुर, झुंझुनू, करौली, नागौर, राजसमंद, सीकर, उदयपुर, सवाईमाधोपुर. राजस्थान में डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए प्रमुख स्थानों में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, डूंगरपुर, झुंझुनू, करौली, नागौर, राजसमंद, सीकर, सवाईमाधोपुर और अन्य कई स्थानों पर डेस्टिनेशन वेडिंग होती हैं।

उप मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री दिया कुमारी का स्पष्ट विजन है कि राज्य को न केवल एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए, बल्कि इसे एक वैश्विक डेस्टिनेशन वेडिंग हब भी बनाया जाए।उनका मानना है कि यदि राज्य के पर्यटन स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं वैश्विक मानकों के अनुसार होंगी, तो यह राज्य विदेशी और घरेलू पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करेगा. उनका मानना है कि राजस्थान के हर जिले में नए पर्यटन स्थल विकसित किए जाएं ताकि राज्य का आकर्षण और बढ़ सके.अब यह देश-विदेश में डेस्टिनेशन वेडिंग्स के सबसे बड़े केंद्र के रूप में उभर रहा है. यहां की ऐतिहासिक सुंदरता और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, राज्य में हो रही शादियां हर एक राजसी अनुभव देती हैं. यहां डेस्टिनेशन वेडिंग शादियों को परी कथाओं जैसा स्वरूप प्रदान करती हैं. गत कई वर्षों से लगातार राजस्थान को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन अवार्ड मिल रहे हैं.

राज्य के पर्यटन सचिव रवि जैन के अनुसार राजस्थान पर्यटन विभाग ने प्रसिद्ध डेस्टिनेशन वेडिंग स्थानों के साथ-साथ राज्य के अन्य जिलों में स्थित हैरिटेज स्थलों को भी डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में विकसित करने पर जोर दिया है।उन्होंने कहा कि राजस्थान, अपनी  विरासत और धरोहरों और आधुनिक पर्यटन सुविधाओं के संगम से एक ऐसा स्थान बन गया है, जो डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए आदर्श बन चुका है. उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के नेतृत्व में राज्य पर्यटन क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर बढ़ रहा है, जहां परंपराओं के साथ-साथ आधुनिकता का समावेश है. रवि जैन ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से देश के पहले वेड इन इंडिया एक्सपो का आयोजन भी जयपुर में किया गया, जिसमें 16 अन्तरराष्ट्रीय एवं 50 डोमेस्टिक वेडिंग प्लानर्स द्वारा भाग लिया गया था।

राजस्थान में पर्यटन और हेरिटेज की अपार संपदाओं और उनके  विकास की अथाह संभावनाओं के चलते यह देखना होगा कि क्या राजस्थान की भजन लाल सरकार विधानसभा के बजट सत्र में प्रदेश को हेरिटेज स्टेट बनाने का संकल्प पारित करेगी ?


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