दिनांक 29 दिसंबर 2025 को विक्रांत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने नीम शीशम पर्वत का दौरा किया। इस यात्रा में उनके साथ पर्वत के संरक्षक जयेंद्र राणा भी थे, जिन्होंने इस स्थान की पूरी जानकारी दी, साथ ही यहां लगाए गए विभिन्न पेड़ों के बारे में बताया।
इस भ्रमण के दौरान, प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने इस क्षेत्र के और अधिक विकास की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस स्थल पर स्टे होम सुविधाएं बनाने का सुझाव दिया, जिसे "नीम शिक्षा और नेचुरोपैथी केंद्र" नाम दिया जा सकता है। इस केंद्र का उद्देश्य चर्म रोग से पीड़ित व्यक्तियों को प्राकृतिक उपचार विधियों द्वारा इलाज प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि यह केंद्र न केवल चिकित्सा लाभ देगा, बल्कि एक शांतिपूर्ण प्राकृतिक वातावरण में लोगों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करेगा।
इसके साथ ही, प्रोफेसर सिंह ने कृषि विभाग के छात्रों के लिए इस स्थल को शोध कार्य के लिए उपयुक्त स्थल माना, जिससे छात्र इस क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दे सकें। उनका सुझाव था कि विश्वविद्यालय के छात्र यहां आकर प्राकृतिक संसाधनों और कृषि पर शोध कार्य करेंगे, जिससे इस क्षेत्र की समग्र प्रगति में मदद मिल सके।
इस यात्रा के दौरान प्रोफेसर वीर नारायण सिंह और डॉ. सचिन कुमार सिंह भी उनके साथ थे, जिन्होंने प्रोफेसर अमेरिका सिंह के विचारों का समर्थन किया और इस स्थल को और अधिक विकसित करने की दिशा में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस भ्रमण ने यह स्पष्ट किया कि प्राकृतिक संसाधनों और शिक्षा का संगम एक नया मार्ग खोल सकता है, जहां स्वास्थ्य, शोध और पर्यावरण का संरक्षण एक साथ हो सके। प्रोफेसर अमेरिका सिंह जैसे शैक्षिक नेता अपने नवाचारी विचारों से समाज और पर्यावरण दोनों के लिए लाभकारी समाधान प्रस्तुत कर रहे हैं।
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